नगरोटा हमला: आतंकियों के पास से उर्दू में “अफजल के इंतकाम की एक और किश्त” लिखे पर्चे मिले!
जम्मू कश्मीर/नई दिल्ली – नगरोटा हमले में मारे गए आतंकियों से भारत में बने सामान मिलने से साफ हो गया है कि आतंकवादियों को लोकल सपोर्ट मिल रहा है। इसके बाद लोकल एजेंसियों और इंटेलिजेंस एजेंसियों से आतंकवादियों की मदद करने वालों की तलाश करने के लिए कहा गया है। Terrorist items Made in India.
अफजल की मौत का बदला लेने का इरादा –
ऐसा माना जा रहा है ये आतंकी अफजल गुरु की मौत का बदला लेने का इरादा लेकर आए थे। मारे गए आतंकियों से कुछ कागज बरामद हुए हैं, जिसपर उर्दू भाषा में ‘अफजल गुरु के इंतकाम की एक और किश्त’ लिखा हुआ है।
गौरतलब है कि नरगोटा इलाका बॉर्डर से करीब 30 किलोमीटर दूर है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि एक बार में सेना के कैंप तक सफर करना नामुमकिन है। सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने करीब 6 दिन में हमले की प्लानिंग की थी और आतंकियों ने जो पुलिस ड्रेस पहनी हुई थी, उसे बॉर्डर इलाके पर सिला गया था।
शिविर में छुपे आतंकवादी का तलाशी अभियान शुरू –
नगरोटा हमले के बाद शिविर में छुपे किसी भी आतंकवादी की तलाश के लिए आज अभियान शुरू किया गया। यहां पर एक आतंकी हमले में सेना के सात जवान शहीद हो गये थे। सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के आज स्थिति की समीक्षा करने के लिए नगरोटा कोर के मुख्यालय आने की संभावना है। इलाके में कोई अन्य आतंकवादी तो नहीं छिपा है यह देखने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया है।
सशस्त्र बलों पर हमला करने से नहीं डरते आतंकी –
इस बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकवादियों को ‘रोकने’ में नाकाम रहने का दावा करते हुए केंद्र से कहा है कि वह देश को नगरोटा में आतंकवादी हमले में सेना के सात जवानों के शहीद होने के मद्देनजर पाकिस्तान से अपनी नीति के बारे में जानकारी दे।
नगरोटा हमले के बाद उमर ने ट्विटर पर लिखा – आतंकवादियों की गोलियां लगने से हमारे सात जवान शहीद हो गए हैं, ऐसे में सरकार को देश को पाकिस्तान से अपनी नीति के बारे में बताना चाहिए।