केजरीवाल का झूठ सबके सामने, बैंक में फाँसी लगाए युवक की कहानी का हुआ खुलासा!
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का नाटक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हर रोज एक नया पैंतरा चलते हुए दिखाई देते हैं। वह सत्ता पक्ष की पार्टी को बदनाम करने का कोई भी मौका नहीं गंवाना चाहते हैं। मोदी को गलत साबित करने के लिए जो भी विमुद्रीकरण के पक्ष में होता है केजरीवाल उसको भी गाली देने से नहीं चूकते हैं। अभी दो दिन पहले ही बीबीसी के एक पत्रकार को केजरीवाल ने भ्रष्ट कह दिया। केजरीवाल ने उससे कहा कि बीजेपी के गलत कदम की वजह से ही 55 लोगों ने आत्महत्या की है। इसके पीछे नोटबंदी ही जिम्मेदार है।
बिना जाँच के केजरीवाल ने गलत खबर को किया पोस्ट:
अभिषेक मिश्रा जो कांग्रेस और अरविन्द केजरीवाल के नजदीकी दोस्त हैं, उन्होंने बेशर्मी से एक ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि बैंक में एक आदमी ने केवल इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे 3-4 दिन इंतज़ार करने के बाद भी नए नोट नहीं मिल रहे थे। केजरीवाल ने बिना इस पोस्ट की जाँच किये ही उसे अपने ट्वीटर हैंडल से उसे पोस्ट कर दिया।
आखिर झूटी अफवाह फैलाकर क्या करना चाहते हैं केजरीवाल
लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है। ये फोटो बैंक लुटेरों की हैं। दरअसल लुटेरों ने आत्महत्या तब कर ली, जब पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए आ रही थी। यह घटना मध्य प्रदेश के सतना जिले की है। पहले ही सभी मीडिया समूहों ने इसके बारे में बता दिया था। अभिषेक मिश्रा इस झूठ को बिना शर्म किये हुए फैला रहे हैं।
केजरीवाल ने की एक शर्मनाक हरकत:
लुटेरे की पहचान धर्मेन्द्र पटेल के रूप में की गयी है, वह एक दबंग व्यक्ति था और बहुत से मामलों में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका था। ग्रामीणों ने उसे तब पकड़ लिया जब वह बैंक से कीमती गहने चुराने की कोशिश कर रहा था। सारा का सारा मामला बैंक में लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। केजरीवाल ने इस झूठ को बिना जाँचे फैला दिया। यह एक शर्मनाक घटना है।