हड्डियों से जुड़े ये राज शायद ही कोई जानता हो, जिन्हें जानकर आपकी गलतफहमी होगी दूर
न्यूज़ट्रेन्ड हेल्थ डेस्क- हाथ पैर में जब भी किसी को चोट लगती है और वो सूज कर दर्द होता रहता है तो लोग अक्सर यही कहते हैं कि टूट गया होगा. मगर कभी-कभी ऐसा नहीं होता है कि वो हड्डी टूट जाती है. जिसे लेकर लोगों की गलतफहमियां भी हो जाती है, तो उनसे लोगों को दूर रहकर उसका पूरा पता लगा लेना चाहिए. मगर बहुत सी जगह ऐसा नहीं होता है, और लोग अपनी-अपनी राय बनाने लगते हैं. हड्डियों से जुड़े ये राज शायद ही कोई जानता हो, आज के हमारे इस आर्टिकल को पढृने के बाद आप सोचेंगे कि क्या सच में ऐसा है ? पढ़िए हमारा ये खास आर्टिकल.
हड्डियों से जुड़े ये राज शायद ही कोई जानता हो
1. हड्डी ना हिलने पर वो टूट गई है
जब किसी को चोट लगती है और वो हिलती नहीं तो सबके मन में ज्यादातर यही ख्याल आता है कि हड्डी टूट गई है. मगर सच्चाई ये होती है कई बार हड्डी टूटती नहीं बल्कि कुछ समय के लिए अकड़ जाती है और जिसकी वजह से वो भाग सूज जाता है मगर वो टूटती नहीं. हड्डी टूटने के तीन संकेत दर्द, चोट की जगह फूल जाना और शरीर का कोई अंग टेढ़ा हो जाना होता है. अगर कोई हड्डी चमड़ी से उभरी हुई लगती है तो ये हड्डी टूटने का संकेत होता है. किसी भी हादसे में अगर आपकी हड्डी में चटखने की आवाज आती है तो वो टूटी हुई होती है.
2. हड्डी टूटने पर दर्द होता है
अक्सर लोग कहते हैं कि दर्द ज्यादा है तो मतलब हड्डी टूटी होगी लेकिन ऐसा नहीं होता है. बहुत से लोगों को बिल्कुल भी एहसास नहीं होता कि उनकी हड्डी टूट गई है बल्कि वो चोट वाली जगह थोड़ा ही दर्द रहता है जिससे लोग डॉक्टर के पास ना जाने की गलती कर देते हैं. तो अगर चोट लगी है औऱ हल्का दर्द है तो भी उसे डॉक्टर को दिखाना बेहतर होता है. सही मौके पर डॉक्टर को दिखाकर उसका उपचार आगे के इंफेक्शन से बचा लेता है. साल 2015 में ब्रिटेन के बायोबैंक में दर्ज डेटा में ये बातें सामने आई हैं.
3. बुजुर्ग श्वेत महिलाओं की ज्यादा टूटती है हड्डी
बुजुर्गों में हड्डी टूटने का जोखिम ज्यादा पाया जाता है. मीनोपॉज की वजह से आए बदलाव के ताकण महिलाओं की हड्डी टूटने का खररा बढ़ता है इससे हड्डियों का क्षरण होता है. ओस्टियोपोरोसिस की बीमारी महिलाओं में ज्यादा होती है. अगर हम किसी श्वेत बुजुर्ग महिलाओं की हड्डी टूटने की बात करें तो ये माना जाता है कि गोरी महिलाएं सांवले रंग की महिलाओं के मुकाबले ज्यादा फ्रैक्चर की शिकार होती हैं. अश्वेत महिलाओं की बोन डेस्टिनी बचपन से ही ज्यादा मजबूत होती है. फिर भी अश्वेत महिलाएं ओस्टियोपोरोसिस की शिकार होती है. मगर गोरी महिलाओं के मुकाबले अश्वेत महिलाओं को इसका खतरा कम होता है.
4. टूटी हड्डी जुड़ने पर ज्यादा मजबूत होती है
अक्सर लोग कहते हैं कि जब हड्डी टूट जाती है तो वो जुड़ने पर मजबूत हो जाती है लेकिन इस भ्रम में नहीं रहे. असल में घाव भरने के दौरान एक नई हड्डी बनती है जिससे जो हड्डी चोटिल हो गई है उसकी हिफाजत हो पाए लेकिन ये हड्डी चोट ठीक होने पर धीरे-धीरे घुल जाती है. नई हड्डी उतनी ही मजबूत होती है जितनी चोट लगने पहले थी ना ज्यादा ना कम.