छोटे पर्दे की इन 7 खलनायिकाओं ने लोगों के मन में बैठा दिया था डर
न्यूजट्रेंड बॉलीवुड डेस्कः टीवी इंडस्ट्री के शो में बहु बेटियों के इतना प्यार इसलिए मिलता है क्योंकि उनको सताने वाली वैंप्स उनका जीना मुश्किल की रहती हैं। छोटे पर्दे पर जितना चार्म बहुओं को मिलता है उतना ही खलनायिकाओं को भी। एक बार फिर से छोटे पर्दे पर कसोटी जिंदगी के शुरु हो चुका है और दर्शक सबसे ज्यादा उतावले हैं ये देखने के लिए कि कमौलिका का किरदार कौन निभाने वाला है। नई कमौलिका का तो हम सभी को इंतजार है, लेकिन उससे पहले याद दिलाते हैं छोटे पर्दे की उन वैंप्स से जिनकी वजह से शो हुए सुपरहिट।
कमौलिका-
कसौटी जिंदगी की…शो में अनुराग और प्रेरणा के साथ मिस्टर बजाज का लंव ट्राएंगल था तो उसमें पेरशानी बढ़ाने का काम किया था कमौलिका उर्फ उर्वशी ढोलकिया ने। कमौलिका का एक ही काम था अनुराग को पाना और बासु परिवार की सारी जयदाद हड़प लेना। उर्वशी ने इस किरदार को इतनी शिद्दत से निभाया कि वो टीवी इंडस्ट्री की सबसे बड़ी वैंप बनकर उभरीं। आज भी कमौलिका के नाम पर हमें कोई याद आती हैं तो वो हैं उर्वशी
रमोला सिंकद-
कहीं किसी रोज में रमोला से अगर आप नफरत करते हैं तो ये सुधा चंद्रन की तारीफ की बात है क्योंकि शो में उन्होंने बेहतरीन वैंप का रोल किया था जो मेन लीड को जान से मार देना चाहती थी। उनकी बड़ी साड़ियां और बड़ी बिंदी आज भी वैंप का ट्रेडमार्क है।
मंदिरा-
फिल्म दिल वाले दुल्हनिया में मंदिरा की कहानी से दर्शकों को जितना बुरा लगा उन्हें क्योंकि सास भी कभी बहु थी की मंदिरा से उतनी ही नफरत हुई। मंदिरा ने मंदिरा का किरदार प्ले किया था जो तुलसी से उसका पति छिनना चाहती थी। उन्होंने अपना किरदार इतनी खूबसूरती से प्ले किया की लोग आज भी उस शो को याद करते हुए मंदिरा के किरदार से नफरत करते हैं।
डॉ सिमरन–
संजीवनी शो में डॉ सिमरन का किरदार निभाने वाली रुपाली गांगुली ने ओवर पजेसिव बीवी का किरदार निभाया था जिसे अपने पति की एकस गर्लफ्रेंड से नफरत थी और वो चाहती थी की कैसे भी करके वो जूही को बर्बाद कर दे। रुपाली ने कई तरह के किरादर निभाए जो सुपहहिट रहे, लेकिन डॉ सिमरन का किरदार आज भी लोगों को पसंद है।
तपस्या-
उतरन शो में इच्छा का किरदार तो लोगों को पसंद था क्योंकि उसकी जिंदगी में बहुत बुरा हुआ था, लेकिन तपस्या का किरदार निगेटिव होते हुए भी मेन लीड पर भारी पड़ गया था। तपस्या के किरदार की सबसे खास बात ये थी की लो कभी कभी पॉजिटिव रोल में भी दिख जाती थीं, लेकिन कब उनका दिमाग घूमे और कब वो इच्छा की जिंदगी बर्बाद करने लग जाएं कोई नहीं कह सकता था।
अम्माजी-
औरत ही औरत की दुश्मन है अगर कहीं ये कहावत सही बैठती है तो वो ना आना इस देश लाडो की अम्माजी पर। अम्माजी का किरदार मेघना मलिक द्वारा निभाया गया था जो किसी राक्षस से कम नहीं थीं। एक औरत होते हुए वो खुद औरतों से इतनी नफरत करती थी।
कल्याणी देवी-
और कौन भूल सकता है दादी सा को जिसने छोटी आनंदी के जीवन में दादी सास बनकर उसकी जीना मुश्किल कर दिया था। सुरेखा सीकरी ने दादीसा का किरदार इतनी खूबसूरती से निभाया था लोग उनके हर एक फैसले से डरने लगे थे। वैसे दादीसा के किरदार में काफीबदलाव आया और आनंदी के जीवन में खुशियां भी दोबारा दादी सा ही ढूंढ कर ले आईं।