अलर्टः कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट – 2 – हाइवे, VIP इलाकों की जमीनों की जांच हुई शुरू
नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी। इससे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में ब्लैक मनी रखने वालों पर फिर हमला बोलते हुए कहा था कि भारत के लोग अब चैन से सो रहे हैं, लेकिन कुछ ही नीदें हराम हो गई हैं। Surgical strike on black money.
पीएम ने 500, 1000 रुपए के नोट बंद करने के फैसले पर बोलते हुए कहा, “यह भ्रष्टाचार और काला धन को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। लोगों ने एक ऐसी सरकार चुनी है और वे इससे काफी कुछ चाहते हैं। अगर आपने मुझसे काले धन की बुराई को दूर करने के लिए कहा है तो मैं ऐसा कैसे नहीं करता। ये काम पहले वाली सरकार टालती रही।”
पीएम मोदी का अगला निशाना “बेनामी संपत्ति” –
काला धन रखने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए पीएम ने कहा कि ‘जिनके पास बेनामी संपत्ति है, हम उनपर हमला बोलने वाले हैं।’ मोदी ने कहा कि सरकार का कालेधन के खिलाफ यह पहला वार है। अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। पीएम ने अगले चरण में बेनामी संपत्ति वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। मोदी के मुताबिक, जिनके पास भी बेनामी संपत्ति है, हम उसपर हमला बोलने वाले हैं।
मोदी ने यह भी कहा कि, गलत तरीके से ब्लैक मनी से व्हाइट मनी में परिवर्तित किया किया गया पैसा ब्लैक मनी कि श्रेणी में ही रहेगी और ऐसे लोगों पर कार्यवाही होगी।
दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक से भू-माफियाओं पर कसेगा नकेल –
मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद अब कालेधन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए देश के सभी प्रमुख शहरों के हाइवे के पास की जमीनों के आवंटन की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही प्रमुख शहरों के वीआईपी इलाकों में मौजूद जायदादों की भी जांच शुरू की गई है। इस काम के लिए आयकर विभाग के साथ 200 टीमें काम पर लगाई गई है। इसके तहत रिश्वत और कालेधन से खरीदे गई भूमि और बिल्डिगों कि जांच कि जा रही है।
इसके अलावा, सरकार ने सभी विभागों से आवंटित जमीनों और प्लाटों का विस्तृत ब्यौरा भी मांगा है। इसका मतलब साफ है कि मोदी सरकार अब किसी को भी माफ करने के मुड में नहीं है।