नागपुर की गंगा जमुना: इस बस्ती में रोज़ बिकती हैं दर्जनों लड़कियां
नागपुर की गंगा जमुना:इस दुनिया में जहाँ एक तरफ नारी को दुर्गा का रूप मान कर पूजा जाता है, वहीँ उसके जिस्म की बोली लगा कर उसकी मज़बूरी का फायदा भी उठाया जाता है. भारत में ऐसी कई लड़कियां या महिलाएं हैं जो किसी ना किसी पारिवारिक मजबूरी के चलते जिस्मफरोशी के गोरख धंधे में उतर रही हैं. जिस्मफरोशी एक दलदल की तरह है, जिसमे जो भी एक बार दाखिल हो जाए, दोबारा वहां से बाहर नहीं निकल पाता. वहीँ कुछ लोग अपनी बहुत बेटियों से किसी मतलब के चलते या पैसों के लालच के चलते उन्हें इस दलदल के धंधे में झोंक देते हैं. आज हम आपको नागपुर की गंगा जमुना की सच्चाई से रू-ब-रू करवाने जा रहे हैं. नागपुर को महाराष्ट्र की उपराजधानी भी कहा जाता है. वहीँ सफाई के मामले में भी यह सबसे आगे माना जाता है. लेकिन इतनी सफाई के बाद भी नागपुर के कईं इलाके ऐसे हैं, जहाँ इंसानों के मनो में गंदगी भरी पड़ी है.
दरअसल, आज हम नागपुर की गंगा जमुना बस्ती के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, यह एक ऐसी बस्ती है, जहाँ हर रोज़ सैंकड़ों लड़कियां जिस्म बेचने को मजबूर होती हैं. इस इलाके में ना केवल मजबूर औरतें और लड़कियां पेट परिवार का पेट पालने के लिए जिस्म बेचती हैं बल्कि यह इलाका और भी कई अपराधों को लेकर चर्चा में बना रहता है. चलिए जानते हैं नागपुर की गंगा जमुना बस्ती का काला सच आखिर क्या है.
नागपुर की गंगा जमुना में होती है जबरदस्ती
आज भले ही हम हाई सोसाइटी का हिस्सा बन चुके हैं और खुद को सबसे बड़ा तीस मार खान समझते हैं लेकिन वेश्यावृत्ति हमारे इस उच्च समाज का सबसे घिनोना सच है. जिस उम्र में लड़कियां गुड्डे गुड्डियों से खेलती हैं, उसी उम्र में नागपुर की गंगा जमुना बस्ती में मासूमों को शैतानों के पास जिस्म नुचवाने को भेज दिया जाता है. इतना ही नहीं बहुत सी मासूम बच्चियों को अपनी उम्र से दुगुने व्यकित्यों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है और उनके मना करने पर उनके साथ जबरदस्ती और मार पीट की जाती है. बहुत सी महलाएं इस धंधे में अपनी मर्जी से कूदती हैं लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्हें ना चाहते हुए भी नरक में धकेल दिया जाता है.
यदि आप इंसानियत को ख़तम होते हुए और इंसान को शैतान का रूप धारण करते हुए देखना चाहते हैं तो इसका सबसे बड़ा उदाहरन नागपुर की गंगा जमुना बस्ती है. यहाँ 10-12 साल की मासूम बच्चियों को एक दिन में 15 से 20 दरिंदो के साथ लगातार सोने को मजबूर किया जाता है. लड़कियों के साथ ऐसी क्रूरता देख कर किसी की भी रूह कांप उठेगी. लड़कियों को देर तक पॉवर देने के लिए उन्हें कईं तरह की दवाइयां और ड्रग्स के इंजेक्शन दिए जाते हैं ताकि वह अधिक क्षमता रख सकें और पैसा कमा कर दे सके. हालाँकि इन ड्रग्स से धीरे धीरे उनका शरीर अंदर से ख़तम होने लगता है. लड़कियों को हर उम्र के ग्राहकों को खुश रखने की तरजीह दी जाती है और ऐसा ना होने पर उनके साथ जानवरों से भी बुरा व्यवहार किया जाता है.