बार-बार शार्ट सर्किट होने से परेशान था परिवार, प्लग खोलकर देखा तो दिखा होश उड़ा देने वाला मंजर
आज हम आपको ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड की एक ऐसी अजीबोगरीब घटना बताने जा रहे हैं जिसे सुनने के बाद आप हैरान रहजायेंगे. दरअसल, यहां रहने वाले एक परिवार के घर में बार-बार शार्ट सर्किट की समस्या हो रही थी. काफी दिनों से ये परिवार शार्ट सर्किट की समस्या से गुजर रहा था. लेकिन एक दिन जब घर के एक सदस्य ने सॉकेट चेक किया तो वह सन्न रह गया और डर के मारे उसकी चीख निकल गयी. उसके बाद जो नजारा घरवालों ने देखा, उसे देखकर तो उनकी भी चीखें निकल गयी. बता दें, सॉकेट के पीछे एक बड़ा अजगर छिपा बैठा था जिसे देखकर घरवाले डर गए. कई दिनों से ये अजगर सॉकेट के पीछे छिपकर बैठा था और उसके हिलने की वजह से बार-बार शार्ट सर्किट हो रहा था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि बार-बार अजगर के हिलने डुलने से घर में आग भी लग सकती थी. लेकिन ये इस परिवार की खुशकिस्मती है कि इनके साथ ऐसी कोई घटना नहीं घटी. धुंआ निकलने पर घरवालों की नजर वहां पड़ी और उन्होंने मौके पर प्लग को खोल दिया. घर से अजगर मिलने पर उन्होंने सनसाइन कोस्ट स्नेक कैचर्स 24/7 के रिची गिल्बर्ट को बुलाया. काफी जद्दोजहद के बाद अजगर को वहां से निकालने में कामयाबी मिली.
रिची गिल्बर्ट सांप पकड़ने में एक्सपर्ट हैं और उन्होंने इस घटना की तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है. काफी मशक्कत करने के बाद रिची अजगर को वहां से निकालने में सफल हुए. सांप निकालने में उन्हें करीब एक घंटा लग गया. सांप को निकालने के लिए उन्होंने दीवार में दो छेद किये. सांप प्लग के पीछे छिपकर बैठा था और इस वजह से वह जल भी गया था. लेकिन जलने के बावजूद भी वह जिंदा था. अजगर को वहां से निकालने के बाद रिची उस जख्मी सांप को ऑस्ट्रेलिया के जू लेकर गए जिसके बाद उसका इलाज संभव हो सका.
बता दें, रिची ने कहा कि ये परिवार खुशकिस्मत है कि उनके घर में कारपेट पाइथन छिपा हुआ था. ऐसा इसलिए क्योंकि अजगर सांपों की ये प्रजाति नुकसान नहीं पहुंचाती. ये पहली बार नहीं है जब ऑस्ट्रेलिया में ऐसा कोई मामला देखने को मिला है. यहां आये दिन ऐसी घटना सामने आती रहती है.
बता दें, सांप इस धरती पर डायनासोर के युग से ही है. इतने लंबे समय में हम सांपों के बारे में बहुत सी बातें जान चुके हैं. फिर भी सांपों की दुनिया आज भी रहस्यमयी नज़र आती है. कहते हैं कि सांप इस धरती पर 130 मिलियन साल से है. दुनिया में सांपों की लगभग 2500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें से केवल 20 प्रतिशत प्रजातियां ही ज़हरीली होती हैं. भारत में सांपों की करीब 300 किस्में पाई जाती है. सांप के बारे में कहा जाता है कि वह किसी भी चीज़ को चबाकर नहीं खाते बल्कि सीधे निगल जाते हैं. अजगर सांपों में निगलने की क्षमता सबसे ज्यादा होती है. लेकिन अजगर में भी कुछ प्रजातियां ऐसी होती हैं जो ज्यादा जहरीली नहीं होती और नुकसान भी नहीं पहुंचाती.
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