सीमा पर ग्लेशियर में तैनात भारतीय सेना के जवानों की हर मुसीबत से रक्षा करते हैं ओपी बाबा
भारत के दोनो तरफ़ पाकिस्तान और चीन की सीमा है। ये दोनो ही देश समय-समय पर भारत को आँखें दिखाते रहते हैं। अगर बात पाकिस्तान की करें तो आए दिन पाकिस्तानी आतंकी और सेना भारतीय सेना पर गोलीबारी करते रहते हैं। आतंकी आए दिन सीमा के अंदर घुसकर घाटी का माहौल ख़राब करते रहते हैं। भारतीय सेना बाल और सुरक्षाबल आतंकियों के हर हमले का मुँहतोड़ जवाब देती है और कई आतंकियों को मारकर गिराती भी है। भारतीय सेना कठिन माहौल में रहकर देश की रक्षा कर रहे हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे कठिन युद्ध क्षेत्र में रहकर दुश्मन से लोहा लेने का काम करती है। सियाचिन ग्लेशियर में आम आदमी का रह पाना मुश्किल ही नहीं लगभग नामुमकिन है, लेकिन वहाँ पर भी भारतीय सेना के जवान सभी सुखों का त्याग करके रहते हैं। अगर सेना के जवान ना हों तो देश के आम नागरिकों का चैन से जीना मुश्किल हो जाएगा। देशवशियों के चैन के लिए सेना के जवान अपने रातों की नींद ख़राब करते हैं। ऐसे कठिन इलाक़ों में भारत के इन सैनिकों की रक्षा कुछ शक्तियाँ भी करती हैं।
सीमा पर सैनिकों की करते हैं रक्षा:
आज हम आपको एक ऐस ही अद्भुत शक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं जो ग्लेशियर में भारतीय सेना की हरसमय रक्षा करती है। सियाचिन के ग्लेशियर में दिन का तापमान लगभग माइनस 30-50 डिग्री सेल्सियस होता है। वहीं रात में यह माइनस 50 के भी पार चला जाता है। ऐसे में जवानों को उनके एक देवता मदद करते हैं। जवानों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान किसी अनहोनी के बारे में सपने में ही पता चल जाता है। आपको बता दें सीमा पर सैनिकों की जो रक्षा करते हैं, उन्हें ओपी बाबा के नाम से जाना जाता है।
मोर्चे पर जानें से पहले टेकते हैं माथा:
जानकारी के अनुसार ओपी बाबा इस कठिन युद्धक्षेत्र में सैनिकों की हर समय मदद करते हैं। सेना के सावन उन्हें कमांडर मानते हैं। जब भी उनके ऊपर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो इसके बारे में पहले ही पता चल जाता है और ओपी बाबा उनकी रक्षा करते हैं। इसी वजह से मोर्चे पर जानें से पहले हर जवान सही सलामत वापस लौटने के लिए ओपी बाबा के सामने माथा टेकना नहीं भूलता है। ओपी बाबा की इतनी प्रसिद्धि है कि उस क्षेत्र में तैनात सभी सिपाही इनकी पूजा करते हैं।
ग्लेशियर पर मौजूद सैनिकों की करते हैं रक्षा:
ओपी बाबा का पूरा नाम ओमप्रकाश है। ये भी भारतीय सेना में सैनिक थे। सैनिकों के बीच में ओपी बाबा की इतनी आस्था है कि मोर्चे पर आने वाला हर जवान सबसे पहले बाबा के मंदिर में उपस्थित होता है। बाबा के बारे में बताया जाता है कि 80 के दशक में ये फ़ॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात थे। वहीं पोस्ट पर ही रहस्यमयी परिस्थितियों में इनकी मौत हो गयी। उसके बाद से ही ये ग्लेशियर पर मौजूद सैनिकों की रक्षा करते हैं। ओपी बाबा सेना के जवानों को हर मुसीबत से बचाते हैं, इसी वजह से सेना के जवान किसी भी परिस्थिति का सामना बिना डरे करते हैं।