मजेदार जोक्स: संता (बीवी से)- जानू, हमारी दसवीं सालगिरह पर मैं तुम्हें अंडमान-निकोबार आइलैंड
आजकल के इस दौर में किसी को हंसाना सबसे मुश्किल है. किसी का दिल दुखाना तो आसान है पर उसे खुशी देना मुश्किल. सोशल मीडिया पर कई जोक्स ऐसे होते हैं जो हमें हंसने पर मजबूर कर देते हैं. जोक्स का असर किसी दवा से कम नहीं होता. जो लोग परेशान या फिर बीमार होते हैं उन लोगों के लिए जोक्स किसी मेडिसिन की तरह काम करता है. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे ही मजेदार जोक्स पढ़ाने जा रहे हैं जो सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड में हैं. हम दावा करते हैं कि इन जोक्स को पढ़कर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे. तो देर किस बात की है, चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला.
लड़का बाइक से लड़की के सामने जोर से गिरा
और शर्मिंदगी से फौरन खड़ा हो गया.
लड़की- OMG आपको लगी तो नहीं?
लड़का- नहीं तो, मैं बाइक से रोज़ ऐसे ही उतरता हूं
भिखारी- साहब एक रुपया दे दो
साहब- कल आना
भिखारी- साहब इस कल-कल के चक्कर में इस कालोनी में मेरे
लाखों रुपये फंसे हुए हैं.
टीचर- कोई भी टेंशन मत लो मेरी क्लास में,
मुझे अपना टीचर कम दोस्त ज्यादा समझो.
जो बात बोलनी है बेझिझक बोलो.
छात्र- 12वीं क्लास वाली पूजा का मोबाईल नंबर दिलवा दे फिर भाई.
टीचर- तुम्हारी स्ट्रेंथ क्या हैं?
पप्पू- मैं किसी भी बात को मन में दबा के रख सकता हूं
टीचर- वो कैसे?
पप्पू- ये देखो मेरे बैग में तुम्हारी बेटी का लव लेटर है,
लेकिन मैंने अभी तक ये बात किसी को भी नहीं बताई है.
चिंटु- अरे यार, तुम हर एसएमएस को दो बार क्यों भेजते हो?
मिंटु- ताकि, अगर तुझे एक फॉरवर्ड करना पड़े तो दूसरा तेरे पास रहे.
एक भिखारी सरकारी नल पर नहा रहा था.
तभी उसे एक भिखारी दोस्त ने कहा…
भिखारी दोस्त- यार, जहां तक मुझे याद है,
तुम पिछले महीने ही तो नहाए थे.
भिखारी बोला- यार, तुझे तो मालूम ही है कि मुझे
साफ सुथरा रहने की आदत है.
संता- बंता यार, तू इतना उदास क्यों है?
बंता- यार क्या बताऊँ, मैने अपने पापा से किताबों के लिए रुपये
मंगवाये थे, मगर उन्होंने किताबें ही खरीद कर भेज दी.
एक खूबसूरत लडकी बस स्टैंड पर खडी थी.
एक नौजवान बोला- चांद तो रात में निकलता है, आज दिन में कैसे निकल गया?
लडकी बोली- अरे! उल्लू तो रात को बोलता था, आज दिन में कैसे बोल पड़ा.
दोस्तों, उम्मीद करते हैं कि आपको ये मजेदार जोक्स पसंद आये होंगे. पसंद आने पर लाइक और शेयर करना ना भूलें.