जन्माष्टमी पर ये 6 चीजें करने से श्री कृष्ण होते हैं नाराज, भूलकर भी ना करें यह गलतियां
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं जन्माष्टमी का त्योहार कृष्ण जी को समर्पित होता है जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण जी के भक्त अपनी पूरी श्रद्धा उमंग और उत्साह से यह त्यौहार मनाते हैं कृष्ण जी के जन्म से जुड़ा हुआ यह त्यौहार हमें इस बात को याद दिलाता है कि किस तरह उनके पिता वासुदेव ने कई समस्याओं का सामना करते हुए कृष्ण जी को सुरक्षित नंद बाबा के घर पहुंचाया था भगवान श्री कृष्ण जी भगवान विष्णु जी के आठवें अवतार हैं जिन्होंने धरती पर पाप को खत्म करके धर्म की स्थापना करने के लिए जन्म लिया था।
जन्माष्टमी के त्यौहार पर लोग भगवान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए उपासना और पूजा करते हैं इसके साथ ही जन्माष्टमी पर ऐसी कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है और ऐसी कुछ चीजें हैं जिनको करना वर्जित माना गया है अगर आप यह चीजें जन्माष्टमी पर करते हैं तो इससे भगवान श्री कृष्ण जी नाराज होंगे जिससे आपको बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
आइए जानते हैं जन्माष्टमी पर कौन सी 6 चीजें कृष्ण जी को करती है नाराज
पेड़ पौधों को काटना
अगर आप जन्माष्टमी पर पेड़ पौधे काटते हैं तो यह अशुभ माना गया है क्योंकि इस दिन हमको पेड़ लगाने चाहिए हमारे घर परिवार में जितने सदस्य हैं सभी को पेड़ लगाना लगाने चाहिए इससे घर परिवार में सुख शांति आती है और सभी सदस्य अपना जीवन खुशी पूर्वक व्यतीत करते हैं क्योंकि भगवान श्री कृष्ण जी ने महाभारत के आठवें अध्याय में खुद कहा है कि वह हर चीज में वास करते हैं और हर चीज उनमें वास करती है इसलिए आप जन्माष्टमी पर किसी चीज को नुकसान पहुंचाने का विचार अपने मन में बिल्कुल भी ना लाएं।
मांसाहारी भोजन का सेवन
आप सभी लोग इस बात को तो जानते ही होंगे कि हिंदू धर्म में किसी भी व्रत और पूजा के दिन मांसाहारी भोजन का सेवन करना वर्जित होता है पूरे चतुर्थ मास के दौरान मांस मछली का सेवन नहीं करना चतुर्थ मास पूरे 4 माह का होता है यह समय भगवान विष्णु जी की निंद्रा का समय होता है और उनकी अनुपस्थिति में भगवान शिव उनकी सभी जिम्मेदारियां उठाते हैं इसलिए आप जन्माष्टमी पर किसी प्रकार से भी शराब का सेवन और मांसाहारी भोजन का सेवन मत कीजिए।
शारीरिक संबंध
जन्माष्टमी के त्यौहार पर ब्रह्मचर्य का पालन करना बहुत ही आवश्यक है इस दिन भगवान जी की पूजा पवित्र मन से और पवित्र तन से करनी चाहिए अगर आप ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करेंगे तो आपकी पूजा सफल नहीं हो पाएगी।
तुलसी के पत्ते तोड़ना
आप भूलकर भी जन्माष्टमी पर तुलसी के पत्ते मत तोड़िए तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है ऐसा कहा जाता है कि माता तुलसी विष्णु जी से विवाह करना चाहती थी वह विष्णु जी को पति के रुप में प्राप्त करना चाहती थी जिसके लिए तुलसी जी ने कठोर तपस्या भी की थी और तुलसी के पत्ते विष्णु जी की पूजा में भी अर्पित किए जाते हैं इसलिए आप तुलसी के पत्ते 1 दिन पहले तोड़ लीजिए परंतु जन्माष्टमी के दिन मत तोड़े।
निर्धनों का अनादर
भगवान कृष्ण जी अपने भक्तों में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करते हैं उनके लिए अपने सभी भक्त एक जैसे हैं चाहे कोई भक्त अमीर हो, चाहे कोई भक्त निर्धन हो भगवान श्री कृष्ण जी के मित्र सुदामा भी गरीब थे परंतु उनसे बहुत घनिष्ठ मित्रता थी और सुदामा जी भगवान कृष्ण जी को बहुत प्रिय थे इसलिए आप जन्माष्टमी के दिन किसी भी निर्धन व्यक्ति का अपमान मत कीजिए इससे श्री कृष्ण जी नाराज होते हैं।
गाय माता का अपमान
दरअसल भगवान कृष्ण जी को गायों से बहुत प्रेम था आप लोगों ने ज्यादातर उनकी तस्वीरों में देखा होगा कि वह गायों के साथ खेलते हुए नजर आते हैं यह इस बात का साक्षी है कि भगवान श्री कृष्ण जी गाय से कितना प्रेम करते थे और उनके कितने करीब थे ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति गाय की पूजा करता है उसको भगवान कृष्ण जी की कृपा प्राप्त होती है इसके अलावा जो व्यक्ति गाय का अपमान करता है उसको भगवान श्रीकृष्ण जी कभी माफ नहीं करते हैं इसलिए आप जन्माष्टमी के दिन गौशाला में दान कीजिए और गाय की सेवा कीजिए इससे भगवान श्रीकृष्ण जी प्रसन्न होंगे।