राहुल गांधी ने राफ़ेल सौदे में साधा सरकार पर निशाना, कहा मोदी और अनिल अम्बानी के क्या डील की है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफ़ेल डील को लेकर गुरुवार को फिर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो हवाई जहाज़ 520 करोड़ में मिल सकता है, उसके लिए आपने 1600 करोड़ रुपए की डील क्यों की। ये किसे फ़ायदा पहुँचाने के लिए किया गया है। देश जानना चाहता है कि मोदी जी ने और अनिल अम्बानी ने मिलकर क्या डील की है। उधर भाजपा ने भी राहुल गांधी के सवालों पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी पिछले तीन साल से तोते की तरह एक ही रट लगाए हुए हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है।
भाजपा ने कहा कि नोटबंदी में गांधी परिवार को हुए नुक़सान की वजह से राहुल गांधी आज भी ख़ून के आँसू रो रहे हैं। राहुल गांधी ने भारत-फ़्रांस के संयुक्त बयान की कापी भी प्रेस-कॉन्फ़्रेन्स में लहराई। उन्होंने कहा कि संयुक्त बयान में साफ़-साफ़ लिखा है कि राफ़ेल विमान का कंफिगरेशन वही होगा। लेकिन आज सरकार कुछ और ही बात कर रही है। झूठ बोला जा रहा है। प्रधानमंत्री ने ख़ुद कहा कि एयरक्राफ़्ट अलग होगा। लेकिन संयुक्त बयान तो यही कहता है कि विमान तो वही होगा, जो पहले तय हुआ है।
2007 के सौदे को बदलकर किया गया है नया सौदा:
अनिल अम्बानी ने हवाई जहाज़ कभी नहीं बनाया। वे 45 हज़ार करोड़ रुपए के क़र्ज़ में हैं। वहीं दूसरी तरफ़ एचएएल पिछले 70 साल से हवाई जहाज़ बना रहा है। हज़ारों इंजीनियर हैं जो काम करना चाहते हैं। आपको बता दें राहुल गांधी ने एयरक्राफ़्ट के कंफिगरेशन की बात अरुण जेटली के बयान की वजह से कई। एक दिन पहले ही अरुण जेटली ने कहा था कि, हमने 2007 के राफ़ेल सौदे को बदलकर नया समझौता किया है। हमने हथियारों से लैश एयरक्राफ़्ट का सौदा किया है। इसके आधार पर एयरक्राफ़्ट की क़ीमत में 9 प्रतिशत और हथियारों से लैश एयरक्राफ़्ट की क़ीमत में 20 प्रतिशत की कमी हुई है।
प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं तो हम पकड़ते हैं उनका झूठ:
राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 लाख रुपए देने का वादा किया था। उन्होंने किसानों को फ़सल का सही दाम देने के लिए कहा था। प्रधानमंत्री जो भी कहते हैं, उसे गम्भीरता ने नहीं लेते हैं। लेकिन अगर प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं तो हम उनके झूठ को पकड़ते हैं। प्रधानमंत्री ने राफ़ेल डील में अनिल अम्बानी की मदद करने की कोशिश की है। हमारा काम जनता को सच्चाई बताने का है। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने नरेंद्र मोदी को जेटली के ज़रिए आप्शन दिया था। राफ़ेल पर संयुक्त सदस्यीय समिति बना दीजिए। कांग्रेस पार्टी या विपक्ष को इसपर ऐतराज़ नहीं है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, अरुण जेटली लम्बे-लम्बे ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन 24 घंटे बिताने वाले हैं। जेपीसी पर वह कुछ नहीं बोल रहे हैं। हालाँकि इजाज़त तो नरेंद्र मोदी जी को देनी है। हो सकता है कि जेटली इतना घबराएँ कि मोदी से सवाल ही नहीं पूछ पाएँगे। वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, राहुल गांधी ने आज नोटबंदी के बारे में बातचीत की। आपने जो मोदी पर आरोप लगाए हैं, वहीं आरोप पिछले तीन सालों से लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान भी आपने कहा था कि देश की जनता को नोटबंदी से नुक़सान हुआ है।
संबित पात्रा ने कहा कि इससे नुक़सान अगर किसी का हुआ है तो सिर्फ़ कांग्रेस का हुआ है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को केवल 7 सीटें मिली थी। राहुल जी इतने बड़े नुक़सान के बाद आपका वही स्क्रिप्ट राइटर चल रहा है। कांग्रेस पार्टी के पूर्वजों ने जीप घोटाले से लेकर अगस्ता घोटाले तक में जनता को लूटकर पैसा कमाया था, वे काग़ज़ बन गए हैं। राहुल गांधी और सोनिया गांधी जब 10 जनपद में नोटों से भरे बोरे देखते हैं तो ख़ून के आँसू रोते हैं।