क्या सच में अमेजन पर बिक रही हैं अटल जी की अस्थियाँ, जानें इस ख़बर की सच्चाई
सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ ना कुछ वायरल हो जाता है। इनमें से कई ख़बरें सच्ची होती हैं तो कई झूठी भी होती हैं। आजकल सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर स्वर्गीय अटल जी की ओरिज़िनल अस्थियाँ और राख बिक रही हैं। जानकारी के अनुसार इस फ़ोटो को बहुजन समाज पार्टी के सदस्य बताने वाले देवाशीष ने ट्वीट किया है। इस ट्वीट के ज़रिए भाजपा पर निशाना साधा गया है की भाजपा अब अटल जी की अस्थियों और राख को बेच रही है।
हालाँकि उनके ही एक ट्वीट के जवाब में एक अकाउंट से यह दावा किया गया है कि यह पोस्ट झूठी है। और उसी अकाउंट द्वारा ट्वीट किया गया है। जब उस अकाउंट यो यो मोदी के पेज को विज़िट किया गया तो उसका दावा सही निकला। उस अकाउंट से कई लोगों को रिप्लाई करते हुए यह फ़ोटो पोस्ट किया गया था। इस फ़ोटो के साथ फ़ेक कमेंट वाली कई तस्वीरें भी थीं। आपको बता दें इस यो यो मोदी अकाउंट से भाजपा, कांग्रेस के साथ ही कई मीडिया के लोगों को टैग करते हुए यह पोस्ट किया गया था।
25 अगस्त के दिन इसी अकाउंट से भाजपा नेता तज़िंदर बग्गा और कई अन्य लोगों को टैग करते हुए यह फ़ोटो पोस्ट किया गया था। जबकि देवाशीष जररिया के पोस्ट पर कई लोगों ख़ुद ही सर्च करके लिखा कि यह फ़ेक ख़बर है, ऐसी कोई चीज़ अमेजन पर नहीं बिक रही है। जब अमेजन पर अटल जी के अस्थियों के बारे में सर्च किया गया तो कुछ नहीं मिला। ऐसे में लोग जमकर इस फ़ेक पोस्ट की निंदा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे महान व्यक्ति के बारे में इस तरह की ग़लत ख़बर वायरल करके उनकी आत्मा को दुःख दिया जा रहा है।
आपको बता दें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन दिल्ली के एम्स में 16 अगस्त को शाम 5 बजकर 5 मिनट पर हुआ था। अटल जी के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर फैल गयी थी। उनके चाहने वाले सभी लोगों ने अपना दुःख व्यक्त किया। अटल जी जैसे महान नेता के जानें का सभी लोगों को ग़म है। अगले दिन दोपहर बाद वाजपेयी जी का अंतिम संस्कार किया गया था। उनके अंतिम संस्कार में पीएम मोदी सहित देशभर के कई नेता शामिल हुए थे।
अंतिम संस्कार के बाद अटल जी की अस्थियों को हरिद्वार गंगा नदी में विसर्जित किया गया था। इसके साथ ही उनकी अस्थियों को देशभर की नदियों में प्रवाहित करने के लिए भेज दिया गया था। देश के कोने-कोने में अटल जी की अस्थि कलश यात्राएँ निकाली जा रही हैं। भाजपा के इस फ़ैसले की कई लोग आलोचना भी कर रहे हैं। विपक्ष इसे राजनीति से प्रेरित बता रहा है। मध्य प्रदेश में अटल जी के एक शोक सभा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ठहाके लगाते हुए भी देखा गया था।