दिल्ली में प्रदूषण : केंद्र ने कहा- यह आपातस्थिति, केजरीवाल ने केन्द्र से मांगी मदद
नई दिल्ली – मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर सुरक्षित सीमा से 17 गुना अधिक होने और शहर पर धुंध की एक काली चादर छाने पर दिल्ली को एक गैस चैंबर बताया है। इस संबंध में केजरीवाल ने केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग की है। केजरीवाल ने इस भयावह स्थिति को देखते हुए लोगों से निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करने और सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं की ओर रख करने की अपील की है। Pollution in Delhi emergency Situation.
‘गैस चैंबर’ की तरह दिख रही है दिल्ली –
जहां दिल्ली में श्वसन प्रदूषण पीएम 2.5 और पीएम 10 का चौबीस घंटे का औसत क्रमश: 355 और 482 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, मौके पर लिए गए आंकड़े भयावह रहे। उदाहरण के तौर पर आनंद विहार में दो बजे पीएम 10 का स्तर 1,711 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया जो सुरक्षित सीमा से करीब 17 गुना अधिक है। इन अति सूक्ष्म कणों की सुरक्षित सीमा क्रमश: 60 और 100 है। एनओ2 जैसी गैसीय प्रदूषकों के मौके पर लिए गए आंकड़ों के मुताबिक यह मानव श्वसन के लिए निर्धारित मानकों से कहीं अधिक रहे।
फसलों के अवशेष जलाने से बढ़ रहा है प्रदुषण –
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में प्रदुषण के बढ़ने का एक कारण किसानों का फसल के अवशेषों को जलाना भी है। उन्होंने कहा, ‘पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में खेतों की आग की वजह से प्रदुषण बढ़ रहा है।’
केजरीवाल ने कहा, ‘ पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में खेतों में खूंट जलाए जाने की वजह से बनी है। हमें किसानों को इन्सेंटिव देना होगा, जिससे वे फसलों के अवशेष जलाना बंद कर देंगे।’ केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यह धुंध बाद में उन्होंने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे के आवास पर एक बैठक में उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाया।
दिल्ली में हर शख्स 40 सिगरेट पी रहा है रोजाना –
विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली में हर शख्स रोजाना 40 सिगरेट पी रहा है। जिसमें सांस के साथ शरीर में प्रवेश करने वाले प्रदूषण तत्व खतरनाक स्तर पर पहुंच गए हैं। जानकारों का कहना है कि इस समय दिल्ली में सांस लेने पर दिन भर में 40 सिगरेट के बराबर धुआं शरीर के भीतर जा रहा है। यानी दिल्ली में रोजाना हर शख्स 40 सिगरेट पी रहा है।
दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण स्तर के चलते दिल्ली एक ‘आपात स्थिति’ का सामना कर रही है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण को लेकर हालात बहुत खराब हैं। विशेष तौर पर बच्चे, मरीजों, महिलाओं और वृद्धों के लिए। हमें स्थिति से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।