सावन के आख़िरी दिन करें इस एक चीज़ का दान, भगवान शिव कर देंगे आपकी हर इच्छा पूरी
सावन का महीना अपने आख़िरी चरण पर है। 28 जुलाई को शुरू हुआ सावन का महीना 26 अगस्त को ख़त्म हो जाएगा। 26 अगस्त को सावन का आख़िरी दिन है। सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का कस महत्व होता है। सावन का महीना हिंदू धर्म के हिसाब से भगवान शिव का महीना होता है, इस महीने में भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं। सावन के महीने में भक्त भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से जल भरकर लाते हैं और उनका अभिषेक करते हैं।
पूजा के साथ दान का होता है ख़ास महत्व:
अगर आपने अब तक भगवान शिव का अभिषेक नहीं किया है तो कुछ ही दिन बचे हैं, जल्दी से भगवान शिव का अभिषेक कर लीजिए। भगवान शिव के बारे में कहा जाता है कि वह केवल जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं। वैसे भगवान शिव को बेलपत्र से ख़ास लगाव है। जो इन्हें बेलपत्र चढ़ाता है उसके ऊपर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई उपायों के बारे में शिव महापुराण में बताया गया है। सावन के महीने में पूजा के साथ ही दान का भी बहुत ज़्यादा महत्व होता है।
सावन के महीने के बारे में कहा जाता है कि इस महीने में भगवान शिव अपने हर भक्त की मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते हैं। इस पूरे महीने में भगवान शिव पृथ्वी का कल्याण करने के लिए आते हैं। इस वजह से यह भक्तों की पुकार बहुत जल्दी सुन लेते हैं। भगवान शिव पूजा के साथ-साथ दान-धर्म करने से भी प्रसन्न होते हैं। हालाँकि सावन का महीना ख़त्म होने वाला है, लेकिन आप एक बात जान लीजिए कि जितने दिन भी बचे हैं, उसमें आप दान-धर्म करके भगवान शिव की कृपा पा सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार जिस व्यक्ति को दान-धर्म करने में मज़ा आता है, उसे ईश्वर की असीम कृपा प्राप्त होती है।
सावन के आख़िरी दिनों में करें इन चीज़ों का दान:
करने से बढ़ता है ऐश्वर्य:
भगवान शिव का अभिषेक, शिवपुराण कथा का वचान और श्रवण करने के बाद दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। सावन के महीने में चाँदी के दो सिक्के जिसपर भगवान शिव बने हों, दान करसे से पुण्य की प्राप्ति होती है। सावन के महीने में शिवालयों में वैदिक ब्राह्मण को रुद्राक्ष की माला का दान करना या चाँदी से बनी हुई सर्प की जोड़ी दान करने से ऐश्वर्य बढ़ता है। इसके बाद व्यक्ति के जीवन में किसी चीज़ की कमी नहीं रह जाती है।
दीपदान की तरह है विद्यादान:
सावन के महीने में हर रोज़ दीपदान करना शुभ होता है। दीपदान यानी प्रकाश का दान करना। इसके साथ ही व्यक्ति को विद्या दान भी करना चाहिए। कहा जाता है कि विद्या दान सभी दान से बड़ा होता है। इससे भगवान शिव की कृपा मिलती है।
पौधा रोपण:
सावन के महीने में पौधा रोपण का ख़ास महत्व होता है। इस महीने में किसी भी पौधे को लगाया जा सकता है। लेकिन बेल, शमी, शिवलिंगी, आँवला आदि पौधों को लगाने से भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है। सावन के आख़िरी दिनों में गाय को घास खिलाने का भी बड़ा महत्व होता है। इसके साथ ही ग़रीबों को भोजन भी करवाएँ।