केरल में भयंकर तबाही पर बोलें सीएम विजयन ‘केरल के इतिहास की सबसे बड़ी तबाही’
केरल में भयंकर बाढ़ से करीब करीब पूरा राज्य प्रभावित हुआ है, पूरे राज्य में दस लाख लोग इसके चपेट में हैं। केरल में इस जल प्रलय ने भयंकर तबाही मचाई है। हालांकि रविवार से थोड़ी राहत की खबर है कि राज्य में बारिश थम गई है और लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन जब तक यह बारिश थमी है तब तक इसने सैकड़ों,लाखों जानें ले ली। बाढ़ से आई भयंकर प्राकृतिक आपदा में राज्य सरकार ने पूरे राज्य में रेड अलर्ट लगाया था, रविवार को बारिश के थमने से वहां रेड अलर्ट हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि कई इलाकों में सामान्य से करीब 95 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इस बारिश ने पूरे राज्य में करीब 500 जानें ले लीं हैं।
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा है कि 1924 के बाद राज्य में यह सबसे बड़ी त्रासदी है। जिससे भारी तबाही मची है। इसके आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी चिंता लोगों की जान बचाने में थी और लगता है इस दिशा में सही काम हुआ है। इस बुरे हालात में राज्य हर मदद स्वीकार करेगा। तो आइए जानते हैं केरल में आई बाढ़ के विषय में कुछ बातें।
- पूरे राज्य में बाढ़ का पानी उतर रहा है। लेकिन पूरे राज्य में महामारी और संक्रमण का खतरा फैल रहा है। राहत कैंप में करीब दस लाख लोगों को रखा गया है। अब राज्य सरकार की चुनौती होगी कि इन बाढ़ पीड़ितों को मूलभूत चीजें मुहैय्या कराए। जिसमें दवा और खाना मुख्य हैं।
- राज्य सरकार की कोशिश रहेगी कि पूरे राज्य में जीवन बहाल किया जाए और आम जिंदगी पटरी में लौटे। आज से कोच्चि से हवाई यात्रा भी शुरू की गई है। इसके साथ ही राज्य सरकार की कोशिश रहेगी कि पूरे राज्य में ठप पड़े रेल सेवा को भी बहाल किया जाए।
- पिछले कई दशकों से राज्य ने ऐसी तबाही नहीं देखी है। भारी बारिश के चलते सभी नदी और बांध भर गए हैं। जिसके चलते वाटर गेट खोलने पड़े हैं। जिससे तबाही का मंजर और भयावह हो गया है।
- पूरे राज्य में अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब आठ से दस लाख लोगों ने शरण ली है। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके इडुक्की और एर्नाकुलम हैं। पूरे राज्य में करीब 20 हजार करोड़ के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
- अब भी हजारों लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं जिन्हें राहत शिविर तक पहुँचाने का काम जारी है। रेस्कयू में वायुसेना, NDRF, नौसेना, सेना के जवान सहित कई गैर सरकारी संस्थान भी राहत बचाव काम में लगे हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि केरल को हर संभव मदद की जाएगी। साथ ही केंद्रीय मंत्री के.जे. एलफॉन्स का कहना है कि बाढ़ के कारण पूरे राज्य में कहीं भी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। सरकार की पहली कोशिश रहेगी की राज्य में मूलभूत सुविधाओं की बहाली की जाए।