गीता के इस श्लोक में हर समस्या का है निवारण, जरूर जानिए इसके बारे में
नमस्कार दोस्तों आप सभी लोगों का हमारे लेख में स्वागत है दोस्तों गीता में ऐसी बहुत सी जानकारियां बताई गई है जिनके माध्यम से हमें बहुत सी सीख मिलती है इसमें मनुष्य के जीवन की हर समस्या का समाधान बताया गया है इसमें ऐसे बहुत से नियमों का उल्लेख किया गया है जिनका अगर मनुष्य अपने जीवन में पालन करता है तो वह अपने जीवन को खुशहाल बना सकता है आज हम आपको ऐसे ही गीता के एक श्लोक के बारे में बताने वाले हैं जिसमें आपकी हर समस्या का समाधान हो सकता है।
विष्णुरेकादशी गीता तुलसी विप्रधेनव:।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।
उपरोक्त दिए हुए श्लोक में ऐसी 6 बातें बताई गई हैं जिन बातों पर अगर मनुष्य अपने दैनिक जीवन में ध्यान रखता है तो वह सभी तरह की कठिनाइयों से दूर हो सकता है इन 6 बातों में पहला कार्य है भगवान विष्णु जी की पूजा करना भगवान विष्णु जी परमात्मा के 3 स्वरूपों में से एक जगत के पालक माने गए हैं श्रीहरि ऐश्वर्य सुख समृद्धि और शांति के स्वामी भी है विष्णु जी के अवतारों की पूजा करने पर धर्म अर्थ काम और मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है यानी आप अपने जीवन को सफल बनाना चाहते हैं तो आपको कुछ नियमों का पालन अवश्य करना होगा यदि आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आपका बुरा समय अच्छे समय में परिवर्तित हो जाएगा आज हम आपको इन्हीं सिद्धांतों के विषय में जानकारी देने वाले हैं।
आइए जानते हैं किन सिद्धांतों को जीवन में अपनाने से जिंदगी सफल होगी
हरि नाम
इस पूरे संसार का पालन पोषण भगवान विष्णु जी करते हैं अगर आप अपनी जिंदगी बदलना चाहते हैं तो इसके लिए हमेशा हरि का नाम का जाप करना चाहिए जब हम हरी के नाम का जाप करते हैं तो इससे हमारे भगवान से टूटे हुए संबंध ठीक हो जाते हैं इसलिए जब भी आप भगवान को याद करें तो अपने सच्चे मन और समर्पण की भावना से कीजिए।
गीता पाठ
भगवान श्री कृष्ण जी का श्रीमद्भागवत गीता साक्षात रूप है इसलिए हम सभी को रोजाना गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए जो व्यक्ति नियमित रूप से गीता के श्लोकों का अध्ययन करते हैं उन व्यक्तियों के ऊपर भगवान की कृपा बनी रहती है।
तुलसी सेवा
घर में तुलसी का पौधा होना बहुत ही जरूरी है इस बात की पुष्टि विज्ञान ने भी कि है कि घर में तुलसी का पौधा होने की वजह से वातावरण शुद्ध रहता है और नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है सुबह और शाम तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना चाहिए और समय-समय पर मंजरी भी उतार लेनी चाहिए अन्यथा वृंदा देवी को कष्ट सहन करना पड़ता है।
गाय माता की सेवा
जो व्यक्ति अपने घरों में गाय पालते हैं तो उनके घर में देवी देवताओं का निवास रहता है गाय से प्राप्त होने वाले दूध मूत्र और गोबर पवित्र माने गए हैं यदि गोमूत्र का नियमित रूप से सेवन किया जाए तो इससे कैंसर जैसी गंभीर समस्या से भी छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है अगर आप अपने घर में गाय को नहीं पाल सकते हैं तो किसी गौशाला में जाकर अपनी शक्ति अनुसार उनकी सेवा कर सकते हैं।