गर्भवती महिलाओं में तेजी से फैल रही है ये बिमारी, सावधानी नहीं बरती तो हो सकता है गर्भपात
शुगर का नाम आते ही लोग घबराने लगते हैं। भारत एक ऐसा देश है, जहां शुगर के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। यूं तो शुगर की बिमारी बहुत ही खतरनाक होती है, पर अगर किसी गर्भवती महिलाओं का इसका जरूरत से ज्यादा खतरा होता है। गर्भवती महिलाएं दिन ब दिन शुगर का शिकार हो जाती है। अगर गर्भवती महिला को शुगर हो जाए तो उसे टेंशन लेने के बजाय अपना सही से उपचार और देखभाल करनी चाहिए, ताकि वो अपना और अपने बच्चे का भरपूर ख्याल रख सके। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के खून में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, जिसकी वजह से 4% महिलाओं को इस बिमारी से जूझना पड़ता है। गर्भवती के दौरान अगर आपको शुगर होता है, तो प्रेंगनेंसी के बाद ठीक हो जाता है, लेकिन आपको ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। ऐसे में प्रेंगनेंसी से पहले ही आपको अपना वजन कंट्रोल रखने के साथ-साथ व्यायाम करने की आदत डालनी चाहिए। तो चलिए आज हम आपको गर्भावस्था के दौरान होने वाली शुगर की बिमारी के लक्षण, कारण और इलाज बताएंगे, ताकि आप खुद को और अपने बच्चे को सेफ रख सके।
प्रेंगनेंसी के दौरान शुगर के लक्षण को पहचाना नहीं जा सकता है, पर फिर भी अगर आपको जरूरत से ज्यादा प्यास लगे या फिर बार बार यूरिन की समस्या हो रही है, तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए, ताकि आपको सही समय पर सही उपचार मिल सके।
प्रेंगनेंसी के दौरान एक महिला की बॉडी में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इसमें कुछ बदलाव को हम देख सकते हैं, तो कुछ बॉडी के अंदर ही होते हैं। इस दौरान हार्मोंन्स बदलते हैं, जिसकी वजह से बॉडी में शुगर का लेवल बढ़ता है। जब खून में ग्लोकोज की मात्रा बढ़ जाती है तो शुगर हो जाता है। गर्भवती महिलाओं में ऐसा होना आम बात है। इसके अलावा यह पीढ़ी दर पीढ़ी भी चलने वाली बिमारी है। मान लीजिए अगर आपकी फैमिली में किसी को शुगर की बिमारी है, तो आपको यह बिमारी होने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं।
प्रेंगनेंसी के दौरान शुगर होने पर शिशु का साइज बढ़ जाता है, जिससे डिलवरी के समय दिक्कत आती है, साथ ही डिलवरी के ऑपरेशन से होने के चांस भी बढ़ जाते हैं। जिन महिलाओं को प्रेंगनेंसी से पहले शुगर नहीं होता है, उन्हें मिसकैरेज के चांस भी ज्यादा होता है। ऐसे में आपको इस समय भरपूर ध्यान रखना चाहिए। अगर आपने शुगर पर ध्यान नहीं दिया तो बच्चा स्वस्थ नहीं होगा। जन्म के तुंरत बाद ही वो कई बीमारियों से पीड़ित हो जाएगा, जिसमें पीलिया, सांस की समस्या जैसी बिमारी शामिल है। इन सबके अलावा अगर शुगर का इलाज नहीं किया तो नवजात शिशु के मरने के भी चांस बढ़ जाता है।
प्रेंगनेंसी के दौरान होने वाले शुगर से महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये डिलवरी के बाद खत्म हो जाता है। बस उन्ही महिलाओं में ये बना रहता है, जिन्हें पहले से ही शुगर हो। साथ ही आपको बता दें कि इस दौरान आपको समय समय पर अपना चेकअप कराना चाहिए। संतुलित और पोष्टिक भोजन करना चाहिए। साथ ही आपको व्यायाम भी करना चाहिए, इससे प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले शुगर के खतरों से आप खुद को और अपने बच्चे को सुरक्षित रख पाएंगी।