यह 10 सामान्य लक्षण संकेत देते है हो चुकी है ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत, जानिए वरना पछताना पड़ेगा
अगर किसी व्यक्ति के सिर में लगातार दर्द की शिकायत रहती है और दवा खाने के बावजूद भी यह सर दर्द ठीक नहीं हो रहा है तो आपको सावधान होने की जरूरत है क्योंकि यह लक्षण ब्रेन ट्यूमर की सबसे शुरुआती स्टेज के भी हो सकते हैं ब्रेन ट्यूमर को एक बहुत ही खतरनाक बीमारी माना जाता है अगर इस बीमारी का समय रहते पता चल जाए तो इससे बचाव किया जा सकता है अगर इसके इलाज में देरी हो जाए तो यह व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है ब्रेन ट्यूमर की स्थिति में दिमाग में बहुत सी कोशिकाएं या कोई एक कोशिका सामान्य रूप से बढ़ती रहती है जिसकी वजह से अन्य कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होती रहती हैं कई बार ब्रेन ट्यूमर अनुवांशिक भी हो सकता है और कई बार रेडिएशन में ज्यादा रहने या केमिकल के संपर्क में रहने से भी यह रोग हो सकता है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
आइए जानते हैं ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों के बारे में
सिर दर्द
ब्रेन ट्यूमर का सबसे शुरुआती लक्षण सर दर्द है और यह सामान्य लक्षण भी है जब ब्रेन ट्यूमर होता है तो इस स्थिति में सबसे पहले सिरदर्द ज्यादातर सुबह के समय होता है और बाद में यह लगातार होने लगता है यह दर्द कई बार इतना तेज हो जाता है कि इंसान अपना मानसिक संतुलन भी खो बैठता है यदि आपको भी लगातार सिर में दर्द की शिकायत है तो डॉक्टर से जांच अवश्य करा लें।
उल्टी और मितली
ब्रेन ट्यूमर का दूसरा लक्षण सिर दर्द के साथ उल्टी होना है कभी कभी सिर दर्द होने पर पूरे दिन मितली होती रहती है और कुछ भी खाने पीने की इच्छा नहीं करती है यह भी शुरुआत में सुबह के समय ही दिखाई देता है और बाद में यह तेज हो जाता है।
शरीर का संतुलन
जब ब्रेन ट्यूमर होता है तो चक्कर आते हैं और कई बार चक्कर इतनी तेज आते हैं कि व्यक्ति नीचे गिर भी जाता है आपको बता दें कि ट्यूमर अगर सेरिबैलम में होता है तो यह शारीरिक संतुलन को प्रभावित करता है जिसकी वजह से चलते फिरते हुए शरीर का संतुलन बिगड़ता रहता है और इंसान गिर जाता है।
दौरे पड़ना
जब ब्रेन ट्यूमर की स्थिति होती है तब प्रभावित कोशिकाएं दिमाग के अंदर अपना जाल बिछाना आरंभ कर देती हैं जिसकी वजह से आसपास की कोशिकाओं पर असर पड़ता है और कई बार रोगी को बार-बार दौरे भी पड़ने आरंभ हो जाते हैं।
पैरालिसिस जैसा महसूस होना
जब व्यक्ति को ब्रेन ट्यूमर होता है तो शरीर के अंगों से दिमाग का नियंत्रण हट जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति को अंग विशेष की संवेदना महसूस नहीं होती है ऐसी स्थिति में रोगी को पैरालिसिस जैसा महसूस होता है।
बोलने में परेशानी
दिमाग में शरीर के हर अंग को जोड़ती हुई कोशिकाएं मौजूद होती हैं इसीलिए ट्यूमर की कोशिकाएं जिस भी कोशिका के आस पास से गुजरती हैं वह कोशिका प्रभावित हो जाती हैं जिसकी वजह से व्यक्ति को बोलने में परेशानी होती है।
चिड़चिड़ापन और स्वभाव परिवर्तन
ब्रेन ट्यूमर की वजह से सिर्फ हमारे शरीर के अंगो की क्रिया और मानसिक क्रिया ही नहीं प्रभावित होती बल्कि इसका प्रभाव हमारे स्वभाव पर भी पड़ता है इससे व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आने लगता है।
सुनने में समस्या होना
ब्रेन ट्यूमर जब व्यक्ति के टैंपोरल लोब में पहुंच जाता है तो इससे सिर्फ बोलने की क्षमता नहीं बल्कि व्यक्ति की सुनने की क्षमता भी प्रभावित होती है जिसकी वजह से व्यक्ति को सुनने में परेशानी आने लगती है।
हाथ पैरों में ऐंठन
ट्यूमर सेल्स का प्रवेश जब पैराइटल लोब में होने वाला होता है तब ऐसी स्थिति आ जाती है जिससे अचानक से व्यक्ति के हाथ पैर अकड़ने लगते हैं।
कमजोरी का अहसास होना
ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों में सिर दर्द के साथ साथ कमजोरी भी महसूस होने लगती है।