राजनीति
शर्मनाक: वो जल रहा था और लोग बना रहे थे वीडियो
सोशल साइट्स पर सामाजिक होने का दावा करने वाले लोग कितने अमानवीय हो चले यह जानने के लिए महाराष्ट्र के पुणे में जो घटना हुई वही काफी है। बीते शनिवार को यहां जो हुआ वो आपको शर्मिंदा कर सकता है कि लोग ऐसा कैसे कर सकते हैं? एक आदमी जल गया और लोग केवल वीडियो बनाते रह गए। गत शनिवार की दोपहर पुणे के पास पिंपड़ी स्थित छिंछवड़ा 55 साल के पोपट बंसोड़े जो पेशे से मोची थे वो अपने काम में व्यस्त थे। जहां वो काम करते थे उसके ठीक पीछे बिजली के ट्रांसफार्मर से निकली आग ने उनके परिवार की जिंदगी बदल दी। ट्रांसफार्मर से निकली आग के चलते वो जलने लगे, वो मदद के लिए चिल्लाए लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उन्हें जलने दिया और वहां खड़े होकर केवल वीडियो बनाते रहे और उसे यू-ट्यूब पर पोस्ट किया।’
पोपट के पुत्र सोमनाथ बंसोड़े ने कहा कि मेरे पिता ने मदद के लिए आवाज लगाई लेकिन किसी ने मदद नहीं की। वहां बड़ा सा ट्रैफिक जाम लग गया। वहां मौजूद लोग मेरे पिता को जलता हुआ देख रहे थे और उनकी संवेदनशीलता खत्म हो गई थी। यहां तक की उन्होंने वीडियो भी बनाए लेकिन कोई भी आग को बुझाने के लिए आगे नहीं आया। सोमनाथ ने यह भी बताया कि उसके पिता आंशिक रूप से विकलांग भी थे।पोपट की पत्नी ने निर्मला जो उसी ट्रांसफर से थोड़ी दूरी पर काम करती थी उन्होंने बताया कि ‘मेरे पति काम करने में तल्लीन थे और उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं लगा कि उनके कपड़ो में आग लग गई है। उन्हें जब इस बात का पता चला तो उन्हें किसी की ओर से कोई मदद नहीं मिली। मैं जब वहां पहुंची तो उनका शरीर पूरी तरह से जल चुका था। न हाथ था, न चेहरा, कुछ नहीं बचा था।’ महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) ने परिवार को 20,000 रुपए की मदद पेश थी जिसे उनके परिवार ने ठुकरा दिया। पोपट के बेटे सोमनाथ ने कहा कि मेरे पिता हर रोज 400 रुपए कमाते थे और 12 घंटे काम करते थे। मैंने उन्हें कभी घर में बैठे हुए नहीं देखा। इस मामले में MSEDCL ने जांच बैठाई है।