चुनाव से पहले कर्नाटक में आया भूचाल, चुनाव आयोग ने लिया बड़ा फैसला
कर्नाटक चुनाव से पहले चुनाव आयोग का बड़ा फैसला। जी हां, चुनाव आयोग ने एक सीट के लिए चुनाव को रद्द कर दिया है। बता दें कि फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिलने की वजह से चुनाव आयोग ने एक सीट पर चुनाव को रोक दिया है, जिसके लिए दूसरी डेट निर्धारित की गई है। चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर सरगर्मियां भी तेज हो चुकी हैं। चुनाव आयोग के पास फर्जी आईडी कार्ड को लेकर शिकायत की गई थी, ऐसे में अब चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले से चुनावी माहौल में थोड़ी सी हड़कंप देखने को मिल सकती है। चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
जी हां, कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर विधानसभा क्षेत्र के एक फ्लैट से फर्जी मतदाता कार्ड मिलने के बाद चुनाव आयोग इस सीट पर मतदान स्थगित करने का फैसला किया है, ऐसे में अब इस सीट पर 28 मई को वोटिंग होगी, साथ ही मतगणना के लिए 31 मई की तारीख तय की गई है, ऐसे में चुनावी माहौल में चुनाव आयोग का यह फैसला काफी बड़ा माना जा रहा है। बीजेपी ने पूरे चुनाव को ही रद्द कराने की मांग की थी, लेकिन चुनाव आयोग ने एक ही सीट की वोटिंग को कैंसिल किया है।
याद दिला दें कि फ्लैट से करीब 10,000 मतदाता पहचान पत्र बरामद हुए थे, इसी सिलसिले में निर्वाचन आयोग ने राज्य निर्वाचन आयोग से जानकारी मांगी थी, जिसके बाद अब चुनाव आयोग ने इस मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है, जिसकी वजह से अब कर्नाटक की इस सीट के लिए जनता को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। आयोग ने यह साफ किया है कि जो मतदाता पहचान पत्र पाए गये थे, वो फर्जी थे, ऐसे में अब इस सीट के चुनाव को कैंसिल कर दिया गया है।
कर्नाटक चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जमकर जुबानी जंग देखने को मिली तो ऐसे में अब नतीजों पर सबकी टिकी हुई है। दोनों ही पार्टियां जीतने का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस और बीजेपी के बीच अपनी साख बचाने की जंग है, तो वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी के सामने अपनी नाक और छवि बचाने की चुनौती है,क्योंकि राहुल अगर ये चुनाव हारे तो विपक्ष 2019 में उन्हें अपना नेता मानने से इनकार कर सकते हैं, ऐसे हालात में कांग्रेस की स्थिति और भी बिगड़ जाएगी, क्योंकि फिर 2019 में कांग्रेस की सीटें और भी कम हो जाएंगे।