अखिलेश को नहीं पसंद आया राहुल का बयान, बोलें ‘नतीजें आने के बाद तय होगा नाम’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 2019 को लेकर काफी सजग नजर आ रहे हैं। यूपी की सत्ता हाथ से जाने के बाद से अखिलेश यादव 2019 की तैयारियों में लगे हुए हैं, लेकिन इन सबके बीच राहुल गांधी के बयान ने उनके उम्मीदों को तोड़ कर रख दिया। ऐसे में अखिलेश यादव ने राहुल के पीएम बनने के सवालोंं को भले ही टाल गये हो, लेकिन उनकी बातों से यही नजर आ रहा था कि वो राहुल के पीएम बनने से सहमत नहीं है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
कर्नाटक से राहुल गांँधी ने पीएम बनने की ख्वाहिश जताई तो पूरी मीडिया मधुमक्खी की तरह राहुल के इस बयान को लेकर चिपक गई। ऐसे में जो भी नेता मीडिया से रूबरू हो रहा है, उससे राहुल के इसी बयान पर टिप्पणी ली जा रही है। मानो राहुल के इस बयान को लेकर जैसे मीडिया को टीआरपी मिल रही है। बता दें कि जहां एक तरफ राहुल गांधी के बयान का बीजेपी मजाक उड़ाती हुई नजर आ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ नेता इसके समर्थन में भी है, ऐसे में राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है।
2019 में विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़ने का ख्वाब देख रही है, तो वहीं राहुल के इस बयान से गठबंधन बनने से ही पहले ही उसमें दरार देखने को मिल रही है। जी हां, राहुल गांधी के इस बयान को लेकर भले ही विपक्ष खुलकर विरोध नहीं कर रहा है, लेकिन उनके रिएक्शन को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। बता दें कि राहुल गांधी के बयान पर जब अखिलेश से पूछा गया कि क्या आप राहुल से सहमत हैं, तो उन्होंने टालते हुए कहा कि पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा, ये तो चुनाव के बाद ही तय होगा।
याद दिला दें कि कर्नाटक से राहुल ने कहा कि अगर कांग्रेस बड़ी पार्टी बनकर उभरती है, तो मैंं प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हूं, ऐसे में इस बात का फैसला चुनावी नतीजों के बाद ही तय होगा साथ ही कांग्रेस के प्रदर्शन पल भी। राहुल गांधी ने कहा कि हम 2019 का चुनाव मिलकर लड़ेंगे अगर तीन पार्टियां भी साथ आ गई तो बीजेपी 5 सीटों पर भी नहीं टिक पाएगी, ऐसे में राहुल ने कहा कि अागामी चुनाव में नरेंद्र मोदी पीएम फिर से नहीं बनेंगे और न ही बीजेपी की सत्ता में वापसी होगी। हालांकि, देखने वाली बात यह होगी राहुल के इस बयान से विपक्ष की गठबंधन की तैयारियों पर कितना असर पड़ेगा, ये तो वक्त ही बताएगा।