कर्नाटक चुनाव को लेकर विजय माल्या ने जताई ये ख्वाहिश, जानेंगे तो उड़ जाएंगे होश
भगौड़ा विजय माल्या ने एक बार फिर से एक चाहत रखी है। विजय माल्या का नाम आते ही लोगों को गुस्सा आने लगता है, क्योंकि वो भारत से कर्ज से लेकर फऱार है, इसके अलावा सरकार उसकी घर वापसी कराने में असफल दिख रही है। आरोपो के बीच विजय माल्या ने एक बार फिर से भारत आने की चाह तो जताई है, लेकिन अपने इस चाहत को लेकर वो खुद ही पलट गया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
विजय माल्या ने कर्नाटक चुनाव को लेकर एक बड़ी चाहत रखी है। कर्नाटक चुनाव को लेकर विजय माल्या ने बड़ी चाहत रखी है। विजय माल्या प्रत्यर्पण मामले में शुक्रवार को लंदन के वेस्टमिनिस्टर कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई, जिसके पहले माल्या ने बड़ी घोषणा करते हुए लोकतंत्र की बात को रखी। माल्या ने कहा था कि वो कर्नाटक में चुनाव डालना चाहता है, जोकि वो उसका लोकतांत्रिक अधिकार है, उसे कोई भी नहीं छीन सकता है, ऐसे में सुनवाई के बाद विजय माल्या अपनी ही बात से पलट गया। माल्या ने सुनवाई से पहले और सुनवाई के बाद जो भी स्टेटमेंट दिये, दोनों एक दूसरे के विपरीत थे।
माल्या कर्नाटक का रहने वाला है, ऐसे में वहां उसे वोट डालने का अधिकार है, लेकिन आरोपो और भगौड़ा होने की वजह से वो अपने इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। लंदन में सुनवाई से पहले विजय माल्या ने कहा था कि वो वोट डालना चाहता है, क्योंकि वह कर्नाटक का प्रतिनिधित्व है, ऐसे में यह उसका अधिकार है। याद दिला दें कि विजय माल्या पर केस लंदन में चल रहा है, ऐसे में माल्या ने कहा कि वो वोट देने नहीं आएगा, क्योंकि ये उसके बेल के शर्तों के विपरीत होगा, जिसकी वजह से वो अपनी चाहत को रोक रहा है।
बताते चलें कि माल्या के मामले की अगली सुनवाई 11 मई को होगी, जोकि इस मामले की आखिरी सुनवाई होगी। लंदन के कोर्ट ने कहा कि यह आखिरी सुनवाई होगी, ऐसे में माल्या अपने लिए जो भी सबूत देना चाहते हैं, वो जल्दी से पेश करें, ताकि मामले को जल्दी से निपटाया जाए। 2016 में ब्रिटेन जा चुके माल्या विभिन्न भारतीय बैंकों से 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया हुआ है, जोकि उसने अभी तक नहीं चुकाया है, ऐसे में भारत में वांटेड है। हालांकि, वो इस बात से पूरी तरह से इंकार करता है कि उसने किसी भी तरह कोई गैर-कानूनी काम किया है। साथ ही माल्या ने यह भी कहा कि उसे सिर्फ फंसाया जा रहा है।