कमलनाथ का बड़ा बयान, ‘सीएम पद के लिए भूखा नहीं हूं मैं’
मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर एक बार फिर से सियासत जारी हो चुकी है। बता दें कि साल के आखिरी में वहां चुनाव है, ऐसे में अब एक बार फिर से कांग्रेस और बीजेपी में टक्कर देखने को मिलेगी। मध्यप्रदेश को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, ऐसे में वहां बीजेपी के जीतने के चांस ज्यादा है। इन सबके बीच कांग्रेस के एक फैसले उथल पुथल मचा दी है। पार्टी के अंदर घमासान तो देखने को मिल रहा है, पर इसे साफ तौर पर उजागर नहीं किया जा रहा है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
कांग्रेस मध्यप्रदेश को लेकर पार्टी हाईकमान इस समय काफी चौकन्नी नजर आ रही है। यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष में भी बदलाव किया गया है, जिसके बाद भले ही पार्टी में अंधरूनी कलह देखने को मिल सकती है, लेकिन यह पार्टी के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है। बता दें कि इस समय पार्टी के नये अध्यक्ष कमलनाथ है, जोकि युवाओं में काफी प्रचलित है। कांग्रेस इस बात पे जोर दे रही है कि युवाओं को कैसे लुभाया जाए?
युवाओं को अपनी तरफ खींचने के लिए पार्टी हाईकमान राज्य प्रभारी की कमान युवाओ को सौंपी जा रही है। कमलनाथ को मध्यप्रदेश का अध्यक्ष बनाये जाने पर सीएम पद की चर्चा भी शुरू हो चुकी है। जी हां, कमलनाथ से जब पूछा गया कि क्या आप खुद को सीएम पद के लिए दौड़ में मानते हैं, तो उन्होंने पार्टी की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा कि उन्हें सीएम पद की कोई भूख नहीं है, वो बस प्रदेश में पार्टी को मजबूत बनाना चाहते हैं, जोकि उनका काम है। हालांकि, सीएम पद के लिए किसका नाम सामने आएगा, इस बात की कोई चर्चा नहीं है, क्योंकि कांग्रेस इस बार गेम खेलने के मूड में है।
मध्यप्रदेश के सीएम उम्मीदवार को लेकर पार्टी ने साफ किया वो इस बार नतीजे आने के बाद ही सीएम के नाम का घोषणा करेंगे। कमलनाथ ने आगे कहा कि मैं सिर्फ बीजेपी को राज्य से बाहर निकालने का भूखा हूं, बाकि किसी भी पद की मुझे कोई जरूरत नहीं है। यहां उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए बोले कि हमारे अध्यक्ष सीएम पद के लिए काफी अच्छा विकल्प खोजेंगे, जिसके बाद एमपी में पार्टी काफी अच्छा काम करेगी। बताते चलें कि एमपी में कांग्रेस पार्टी के लिए अपनी जमीन को मजबूत करना बहुत ही जरूरी है, यही वजह है कि राहुल गांधी हर एक कदम फूंक फूंक के रख रहे हैं।