कैश की किल्लत से देशभर में हाहाकार, उज्जैन में प्रदर्शन तो सरकार का आश्वासन
बीते दिनों से कैश की किल्लत बढ़ती जा रही है। जहां एक तरफ विपक्ष इस नोटबंदी पार्ट-2 करार दे रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के लिए मुसीबतों का सबब बनता जा रहा है। जी हां, बीजेपी के लिए इस तरह के मामले फिलहाल ठीक नहीं है, क्योंकि कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। बता दें कि अचानक से एटीएम से कैश गायब होना आम जनता की परेशानियों का सबब बन चुका है। आम जनता की जरूरते पूरी नहीं हो रही है। इतना ही नहीं, जिन घरों में शादी में है, उन घरों कैश के लिए काफी दिक्कते देखी जा रही है, ऐसे में सरकार ने बड़ा आश्वासन दिया है।
उत्तर प्रदेश समेत कई बड़े राज्यों में कैश की दिक्कतों से लोग काफी नाराज नजर आ रहे हैं, जिसकी वजह से उज्जैन में प्रदर्शन किये जा रहे हैं। बता दें कि लोगों का गुस्सा सरकार पर फूट रहा है, तो वहीं सरकार इसको लेकर सिर्फ दिलासा देती हुई नजर आ रही है। सरकार का कहना है कि अचानक से लोगों ने काफी मात्रा में कैश निकाल लिये, जिसकी वजह से यह हालात देखने को मिल रहे हैं। इतना ही नहीं सरकार इस बात से भी इंकार नहीं कर रही है कि फिर से कालाधन जमा होने लगे हैं।
बताते चलें कि कैश की किल्लत को लेकर देश के तमाम राज्यों में हाहाकार मचा है। लोग कैश के लिए दर दर भटकने के लिए मजबूर हो रहे हैं। ये हालात अब राजधानी में भी देखने को मिल रही है। सरकार ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। सरकार का कहना है कि कैशलैस न होने की वजह कैश की समस्या बढ़ती गई। इन सबके बीच विश्वसनीय सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि पिछले नवबंर से नोटों की छपाई बंद हो गई है, जिसके बाद अब कैश की किल्लत को देखते हुए सरकार तीन शिफ्टों में नोट की छपाई कर रही है।
बहरहाल, मामला चाहे जो कुछ भी क्यों न हो, लेकिन इन सबके बीच जनता को काफी परेशान होना पड़ रहा है, जिसकी वजह से सरकार को लेकर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। इन सबके बीच वित्तमंत्री जेटली ने यह आश्वासन दिलाया है कि कैश की किल्लत नहीं है, राज्यों में जल्दी ही कैश भेजा जाएगा, ऐसे में अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार अपने इस आश्वासन पर कब तक खऱी उतरती है? कैश को लेकर विपक्ष भी हाहाकरा मचाती हुई नजर आ रही है तो बीजेपी ने कहा कि फिर से लाइन में खड़े होकर फोटो खिंचवा लें।