मक्का मस्जिद मामले पर सियासत जारी, बीजेपी बोली ‘माफी मांगे राहुल गांधी’
सोमवार को कोर्ट ने मक्का मस्जिद मामले में सभी आरोपियो को सबूत के अभाव में बरी कर दिया। जी हां, कोर्ट ने सभी आरोपियों को बाइज्जत बरी कर दिया, इसके बाद इस मामले को लेकर सियासी जंग देखने को मिल रही है। कांग्रेस और बीजेपी लगातार इस मामले पर एक दूसरे पर वार करती हुई नजर आ रही है। इन सबके बीच हैरान कर देनी वाली खबर यह सामने आ रही है कि फैसला सुनाने वाले जज ने पद से इस्तीफा दे दिया, ऐसे में यह मामला बढ़ता ही जा रहा है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
मक्का मस्जिद मामले में सभी आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया तो बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष से माफी की मांग की है। बीजेपी का कहना है कि इस फैसले से यह साफ हो गया कि भगवा आतंक नहीं है, ऐसे में इस मुद्दे को लेकर सियासत तेज हो चुकी है। बीजेपी कांग्रेस पूरी तरह से आमने सामने आ चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष का बचाव करने पूरी कांग्रेस टीम उतरती हुई नजर आ रही है। दरअसल, बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि भगवा एक आतंक है,लेकिन इस केस से यह साफ हो गया कि भगवा आतंक नहीं है।
बीजेपी के इस आरोप पर कांग्रेस की तरफ से पलटवार होना शुरू हो चुका है। जी हां, कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी और किसी भी नेता ने कभी ऐसा नहीं कहा कि भगवा आतंक है, क्योंकि हमारी सोच तो यही है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है, ऐसे में हमारी तरफ से इस तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है, बीजेपी वाले भ्रम फैला रहे हैं। बताते चलें कि इस मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया, क्योंकि इन सबके गवाह पलट गये।
याद दिला दें कि 2007 के मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ता असीमानंद और चार अन्य आरोपियों पर केस चल रहा था, जिन्हें कल अदालत ने बरी कर दिया, ऐसे में बीजेपी का यह कहना है कि विपक्षी दल ने ‘ भगवा आतंकवाद ’ शब्द का इस्तेमाल कर हिंदुओं को अपमानित किया था। साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा की मांग है कि राहुल गांधी ने हिंदुओं का अपमान किया है, ऐसे में राहुल गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए, ताकि फिर से कोई इस तरह की हरकतें न कर पाएं। हालांकि, देखने वाली बात यह होगी कि यह मामला किस हद तक बढ़ता है, ये तो खैर वक्त ही बताएगा।