लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने चली ये चाल, जानिये क्या है मामला
लोकसभा चुनाव जैसे जैसे पास आ रहा है, वैसे वैसे ही चुनावी हलचले तेज होती जा रही है। यूं तो भले ही लोकसभा चुनाव में अभी बहुत समय बाकि है, लेकिन इसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। हर कोई लोकसभा में अपना बेहतर प्रदर्शन करना चाहता है, फिर चाहे बात कांग्रेस की हो या बीजेपी की या फिर थर्ड पार्टी, सबकी ख्वाहिश है कि इस बार केंद्र तक वो जाए, लेकिन लोकसभा जीतना इतना आसान नहीं होता है, क्योंकि वो मुद्दा राष्ट्र पर आधारित होता है, ऐसे में दशकों देश पर राज करने वाली कांग्रेस पार्टी की हालत भले ही इस समय खराब हो, लेकिन 2019 में वापसी के लिए वो हर संभव कोशिश कर रही है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास हैय़
कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ ज्यादा ही गंंभीर दिखाई दे रही है, क्योंकि उसे अपनी खोई हुई सियासी जमीन जो वापस पानी है, क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उसे फिर से 5 सालों का इंतजार करना पड़ेगा, जोकि उसे हजम नहीं ंहोगी, ऐसे में अब कांग्रेस ने लोकसभा की तैयारी मोदी के गढ़ यानि गुजरात से की है। जी हां, गुजरात विधानसभा में कांग्रेस भले ही नहीं जीत पाई हो, लेकिन हार कर भी जीत गई है, क्योंकि न सिर्फ उसने अपने सीट को बचाया, बल्कि बीजेपी को 100 पार जाने से भी रोका है, ऐसे में इसका श्रेय राहुल गांधी को ही दिया जाता है।
गुजरात विधानसभा में बेहतर कोशिश करने के बाद भले ही कांग्रेस को सफलता नहीं मिली हो, लेकिन कांग्रेस अब इसे लेकर गंभीर हो चुकी है, ऐसे में कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकसभा में जीतने के लिए कांग्रेस ने गुजरात में एक प्लान बनाया है, जिसके तहत गुजरात से वो बीजेपी को उखाड़ फेंकने का सपना भी देख रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी अब बुनियादी स्तर पर काम कर रही है, ऐसे में राहुल गांधी के नेतृत्व में हम आम चुनाव जरूर जीतेंगे।
बताते चलें कि गुजरात से बीजेपी को बाहर फेंकने के लिए कांग्रेस ने जनमित्र की चाल चली है। जी हां, ये जनमित्र हर बूथ पर दो दो होंगे, इनका काम होगा कि ये जनता की बात न सिर्फ सुने बल्कि उस पर अमल भी करें। राहुल गांधी अक्सर ये कहते हैं कि कांग्रेस 2019 में वापसी करेगी, क्योंंकि हमने काम किया है, हम सिर्फ संचार न करने की वजह से हारे थे, जिसका फायदा बीजेपी ने उठाया था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। साथ ही राहुल गांधी बीजेपी पर यह भी आरोप लगाते है कि बीजेपी ने जनता की भावनाओं के साथ खेला है, ऐसे में इस बार उन्हें केंद्र से भगना है।