अगर आपका बच्चा भी बना रहा है ये तस्वीरे, तो समझ लीजिये कि आपको सतर्क रहने की जरूरत है !
हम अक्सर न्यूज़ पेपर और सोशल मीडिया पर लड़कियों के साथ हुई वारदात के बारे में हमेशा सुनते या पढ़ते रहते है पर अब तो रेप जैसे घिनोने वारदात की शिकार छोटी छोटी मासूम बच्चियां भी होने लगी है जिन्हें ये इसका मतलब तक नहीं पता होता . इन बच्चियों को इतनी छोटी सी उम्र में इन साबके बारे में कैसे और किस तरह बताया जाये माता पिता ये सोच कर ही घबरा जाते है . पर आज कल के बच्चो को इन सबके बारे में सतर्क करना जरुरी है . अगर आप इस घटना को पढेंगे तो आपको भी समझ आ जायेगा कि यदि इतनी छोटी सी बच्चियों के साथ ये गलत काम होता है तो उन पर क्या बीतती है और किस तरह उस मासूम बच्ची का बचपन छिन जाता है .
पांच साल की बच्ची ने ब्यान की अपने शोषण की कहानी, पर इन तस्वीरो की जुबानी ..
इस घटना की खबर दो दिन पहले ही चेन्नई से मिली थी और इसे पढ़ने वाले लोग इस घटना को पढ़ कर बिलकुल हैरान रह गए . दरअसल एक 2 साल की बच्ची के साथ उसके 22 साल के पडोसी ने रेप किया था पर तब वो बच्ची इतनी छोटी थी कि अपने माता पिता को कुछ भी बता सकने में सक्षम नहीं थी . ऐसा ही शोषण ब्राज़ील में रहने वाली पांच साल की बच्ची का भी हुआ . पर हैरानी तो तब हुई जब 5 साल की इस बच्ची ने चित्र और ड्राइंग बनाना शुरू किया . तब उस बच्ची की ड्राइंग ने सब कुछ ब्यान कर दिया .
वो बच्ची हमेशा गुमसुम और चिड़चिड़ी रहने लगी थी जिस वजह से उसके माता पिता उसे मनोवैज्ञानिक के पास लेकर गए . उस मनोचिकित्सक ने सबसे पहले बच्ची के कमरे की तलाशी लेने को कहा क्योंकि डॉक्टर का मानना था कि अगर कुछ सबूत मिला तो बच्ची के कमरे से ही मिलेगा . बिलकुल ऐसा ही हुआ जैसा डॉक्टर ने कहा था . जब उस बच्ची के माता पिता उस कमरे में गए तो वो भोचक्के रह गए क्योंकि जैसे ही उन्होंने बच्ची की ड्राइंग बुक देखी उसमे एक ऐसा चित्र बना हुआ था जिससे उसके माता पिता हैरान रह गए .
बच्ची ने एक बूढ़े का चित्र बनाया था
इन तस्वीरो में बच्ची ने एक बूढ़े का चित्र बनाया था जो उसके दादा की उम्र का था और वो एक बच्ची के साथ यौन शोषण कर रहा था यानि कि रेप कर रहा था . बच्ची ने ऐसा चित्र इसलिए बनाया क्योंकि उसने अपने साथ हुई घटना को तस्वीरो के ज़रिये दर्शाया है . जो उसके मन में था वो सब इन तस्वीरो पर उतार दिया .
जरा सोचिये उस माता पिता पर क्या बीती होगी जब उन्होंने ऐसा चित्र एक मासूम बच्ची द्वारा बनाये हुए देखा होगा . वो पांच साल की बच्ची को तो ये भी समझ नहीं आ रहा होगा कि उसने क्या बनाया है . उसने तो केवल जो देखा जो सहा वही बना डाला . वैसे उस बच्ची के कमरे में केवल एक नहीं बल्कि ऐसी ही पांच तस्वीरे मिली जो उस बच्ची के साथ हुई वारदात की पूरी कहानी को ब्यान करती है .
बच्चो की भावनाओ से कभी न करे खिलवाड़..
इन तस्वीरो को देख कर माता पिता को ये समझना चाहिए कि बच्चो को अच्छे और बुरे की खेल खेल में ही सही पर जरूर करवाये ताकि कभी कोई बच्ची इसका शिकार न हो सके . इस उम्र में बच्चो का मन बहुत कोमल होता और वो कुछ समझ सकने की क्षमता नहीं रखते इसलिए ऐसा हो सकता है कि 18 की उम्र तक आते आते उन बच्चियों के साथ यौन शोषण हो और आपको पता भी न चले क्योंकि आपको तो यही लगेगा न कि हमारी बच्ची के साथ ऐसा हो ही नहीं सकता और वो बहुत स्मार्ट है .
असल में आप सच को देखना ही नहीं चाहते क्योंकि अगर ऐसा है तो खुद को कभी झूठी उम्मीद में न रखे . अगर आपको अपने बच्चो का ख्याल रखना है तो उनके माता पिता नहीं बल्कि दोस्त बन कर रहिये और उनसे दिन भर की सारी अच्छी बुरी बातें कीजिये ताकि वो आप पर विश्वास रख कर आपको सब बिना झिझक बना सके . इतना ही नहीं अपने बच्चो के प्रति हमेशा सतर्क रहे और ध्यान रखे कि वो कहाँ है किसके साथ है और उनके दोस्त कौन है ? इन सब बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है .
क्या करना चाहिए ?
अगर आपको बच्चो के व्यव्हार में कुछ बदलाव नज़र आये तो तुरंत उसके इस व्यव्हार का पता लगाए और हमेशा उसकी नोट बुक चेक करते रहिये . इससे आपको पता चल जायेगा कि कही कोई ऐसी बात तो नहीं जो वो आपको बोल कर नहीं बता सकते इसलिए अपनी नोट बुक में लिखी हो या ड्राइंग की हो . बच्चो में हमेशा बेड टच के बारे में भी जानकारी दीजिये . जैसे आप बच्चो को कुछ सिखा रहे है तो इस दौरान ही खेलते खेलते आप बच्चो को इन गतिविधियों के बारे में बता सकते है ताकि बच्चो को अटपटा भी न लगे और वो समझ भी जाये इससे उनका भविष्य जरूर सुरक्षित हो जायेगा .
वैसे भी बच्चे दोषी के चेहरे को कभी भुला नहीं पाते तभी तो ओ चित्र बना सकने में सक्षम रहते है . इसलिए बच्चे जैसे जैसे बड़े होते जाये वैसे वैसे उनको इन सब चीज़ों का ज्ञान जरूर दे .
ये बात हमेशा याद रखिये कि बच्चो को उनके माता पिता से ज्यादा कोई अच्छी तरह नहीं समझ सकता पर कभी ऐसा पल भी आता है जब माता पिता अपने बच्चो की बातें समझ नहीं पाते है तो ऐसे में ये जरुरी है कि आप अपने बच्चो को पूरा समय दीजिये और उनके साथ हमेशा स्नेह की भावना बनाये रखे . एक मासूम डांट भी जरुरी है पर उस डांट में भी कम से कम इतना स्नेह जरूर कि कभी आपके और आपके बच्चो में दूरियां न आ सके .