जानें चीन के हथियारों के बारे में जिनके दम पर चीन उछलता रहता है!
आज के दौर में चीन एक तेजी से बढती अर्थव्यवस्था वाला देश है और साथ ही साथ इसकी सैन्य ताकत भी बढ़ रही है, जो सभी देशों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। चीन के पास इतनी ताकत हो गयी है कि वह समय- समय पर अमेरिका को आँखे दिखा देता है और अपने पड़ोसी देश भारत, ताइवान, फिलिपींस,वियतनाम और जापान को दबाकर रखने की चाहत रखता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या है चीन के पास जिसके दम पर चीन इतना उछलता है। आइये जानते हैं आज चीन के हथियारों के बारे में।
सैनिक:
चीन के पास पूरी दुनियाँ की सबसे बड़ी सेना है, चीनी सेना में 22 लाख 85 हजार सशस्त्र सैनिक हैं और 5 लाख 10 हजार रिज़र्व सैनिक हैं। इसकी तुलमा में भारत के पास बहुत कम सैनिक हैं। चीन के पास अर्धसैनिक बालों की भी भरमार हैं, चीन में 6 लाख 60 हजार अर्धसैनिक बल हैं।
टैंक:
चीन के पास 2800 युद्ध करने वाले टैंक हैं जो किसी भी लड़ाई के समय चीन को जमीनी लड़ाई में सबसे आगे रखने के लिए काफी हैं। यह दुश्मन को पूरी तरह से तबाह करने में सक्षम है। भारत के पास केवल 568 टैंक हैं जो चीन की तुलना में काफी कम हैं।
रॉकेट फोर्स:
पीएलए रॉकेट फोर्स चीन की सबसे नई सैन्य टुकड़ी है। इसके पास नौसेना की परमाणु पनडुब्बी और वायुसेना के बमवर्षक विमान भी हैं, जिस वजह से यह टुकड़ी कही भी हमला करने में सक्षम है। यह चीन की पहली स्वतंत्र इकाई वाली सैन्य टुकड़ी है जो अमेरिका, रूस और फ्रांस से ज्यादा आधुनिक और एकीकृत है।
DF-26 मिसाइल:
इस मिसाइल को चीन गुआम किलर के नाम से पुकारता है, क्योंकि गुआम में तैनात अमरीकी नौसैनिक बेड़ा इसके दायरे में आता है। यह मिसाइल 4000 किलोमीटर तक सटीक हमला करने में सक्षम है।
DF-21D मिसाइल:
इस मिसाइल से 1450 किलोमीटर तक हमला किया जा सकता है, यह युद्धपोतों को नष्ट करने में सक्षम है।
DF-5B मिसाइल:
यह मिसाइल 3 परमाणु हथियार एक साथ ले जाकर 15 हजार किलोमीटर की दूरी पर बैठे दुश्मन को मारने में सक्षम है। यह एक अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल है जो द्रवीय इंधन से चलता है। यह पुरे दुनियाँ में सबसे घटक मिसाइलों में से एक है।
HQ-10/FL-3000 N मिसाइल:
यह मिसाइल कम दुरी की हवाई सुरक्षा के लिए बनाया गया है, जिससे नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ गई है। इस मिसाइल को नौसेना के सबसे खतरनाक और विकसित टाइप 052 D डिस्ट्रॉयर्स और टाइप 056 फ्रीगेट्स पर तैनात किया गया है।
H-6K स्ट्रेटेजिक बमवर्षक:
यह विमान चीन को लम्बे समय के युद्धों के लिए ताकत देता है, यह विमान एशिया और अमेरिका के कई ठिकानो पर हमला करने में सक्षम है। इसकी मदद से चीन परमाणु हमला भी कर सकता है। चीन के पास चौथी पीढ़ी के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान भारत की तुलना में ज्यादा हैं। चीन के पास ऐसे विमानों की संख्या 747 से ज्यादा है जबकि भारत के पास केवल 280 विमान ही हैं। इसी से चीन के पास कितनी ताकत है उसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
WZ-19 सशस्त्र हेलीकॉप्टर:
चीन का यह हेलीकॉप्टर टैंक और अन्य भारी निशानों को तबाह करने में सक्षम है। इसकी टंकी फुल कर देने पर यह बिना दुबारा इंधन भरे लगातार 3 घंटे तक उड़न भर सकता है। इस हेलीकॉप्टर से 4500 किलोग्राम का वजन 245 किलोमीटर की रफ़्तार से ले जाया जा सकता है। मतलब इससे युद्ध के समय राशन और हथियार कहीं पर भी आसानी से पहुँचाया जा सकता है।
ZTL-09 टैंक:
चीन का यह टैंक 105 एमएम की टॉप से लैश है जो थल युद्ध के समय दुश्मन को 2 किलोमीटर की दुरी से ही मिटा सकता है। इसका निशाना अचूक है। इसका निर्माण चीन ने स्वयं ही किया है।
ZTZ-99A टैंक:
चीन का यह टैंक 125 एमएम के तोप और ऑटोलोडर से लैश है, यह टैंक 42 राउंड फायर करने के लिए गोला अपने साथ लेकर चल सकता है और 22 अतिरक्त राउंड दुसरे ऑटोलोडर में रखा जा सकता है। इस टैंक से मैनुअली एक मिनट में 2 गोले छोड़े जा सकते हैं और ऑटोमैटिकली 1 मिनल में 8 गोले दागने में सक्षम हैं।