पीएम मोदी के सबसे बड़े वादे पर पूर्व पीएम ने खड़े किये ऐसे सवाल, अभी पढ़िये
इन दिनों कांग्रेस का महाधिवेशन चल रहा है, जिसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता पार्टी रणनीति तय कर रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता बीजेपी सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए नजर आ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को पीएम मोदी पर जमकर बरसे थे, इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की सरकार को पूरी तरह से फेल बताया था, तो वहीं सोनिया गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने देश भर में झूठी नारेबाजी की, जिसकी वजह अब 2019 में कांग्रेस पार्टी उन्हें सबक सिखाएगी। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
कांग्रेस अधिवेशन का आज आखिरी दिन है, ऐसे में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह इस दौरान अपनी बात रखते हुए नजर आएं। बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी के सबसे बड़े वादे का पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया, जिससे राजनीति गलियारों में हलचले तेज हो गई है। ऐसे में अब आप सोच रहे होंगे कि मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के किस बड़े वादे पर बड़ा सवाल खड़ा किया है? तो चलिए देर किस बात की हम आपको पूर्व पीएम के सवालों से रूबरू कराते हैं।
जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है, तब से किसानों की आय दोगुनी करने की बात की जा रही है। ऐसे में मोदी सरकार का सबसे बड़ा वादा है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, लेकिन मनमोहन सिंह ने इस वादे पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया। मनमोहन का कहना है कि ये 2022 तक किसी भी हालत में संभव नहीं है। इस दौरान मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी सिर्फ जुमलेबाजी करते हैं, और हर जुमले की तरह यह भी एक बड़ा ही जुमला है।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बोले कि मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा कर रही है, लेकिन ये भी उसका एक जुमला ही है क्योंकि किसानों की आय दोगुनी तभी होगी जब विकास दर 12 फीसदी तक पहुंच जाएगी, और विकास दर 12 फीसदी तक पहुंच जाए, ऐसा अभी किसी भी नजरिये संभव नहीं है। मनमोहन सिंह ने आगे कहा कि मोदी सरकार इस बात से पूरी तरह से अवगत है, लेकिन फिर भी वो इसे एक जुमले की तरह प्रयोग कर रही है।
मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट यह बात साबित कर चुकी है कि देश की अर्थव्यवस्था कैसी है, इस हर कोई रूबरू है। मनमोहन सिंह ने अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि पिछले चार सालों में कृषि की रफ्तार कम हुई है, ऐसे में इस तरह के वादे सिर्फ किसानों को लुभाने के लिए किया जा रहा है।