इंडियन आर्मी बनी “शिकारी”…… जानिएं किसका होगा “शिकार”, सीमा पर जवानों ने की विशेष तैयारी
दिल्लीः पाक अधिकृत कश्मीर में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसी वजह से लाइन ऑफ कंट्रोल पर ड्यूटी पर तैनात भारतीय जवान और भी चौकन्ने हो गए हैं। यहां कैमफ्लाश (छलावरण) पहने सेना के स्नाइपर्स का ड्यूटी मंत्र है – ‘दुश्मन शिकार, हम शिकारी’ । एलओसी से सटे जंगलों और पैदल रास्तों पर मौजूद पेड़ों पर तख्तियां लगाई गई हैं, जिस पर ‘दुश्मन शिकार, हम शिकारी’ लिखा हुआ है (Special preparation of border troops)।
बता दें कि भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद से सीमा पर तैनात जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है। वे पाकिस्तान की ओर से किसी भी सीजफायर उल्लंघन या आतंकियों व पाकिस्तानी बॉर्डर ऐक्शन टीम की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से मुश्तैद हैं। एलओसी पर चीड़ के पेड़ों पर लटकी हुई तख्तियों पर लिखे ये संदेश स्नाइपर्स और जवानों में उत्साह का संचार कर रहा है।
मूल मंत्र बना दुश्मन शिकार, हम शिकारी –
एलओसी पर तैनात निशानेबाजों और सैनिकों के हौसले पीओके में आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले होने के बाद से बुलंद हैं। वे पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने का जवाब देने और आतंकवादियों और सीमा कारवाई दलों (बीएटी) के घुसपैठ के प्रयासों को नाकाम करने के लिए हर पल तत्पर हैं। सीमा पर तीन स्तरीय बाड़ के निकट देवदार के पेड़ पर टंगे प्लाईबोर्ड की ओर इशारा करते हुए निशानेबाज राम सिंह (बदला हुआ नाम) कहते हैं, ‘‘लक्ष्मण रेखा (एलओसी) के उस पार मौजूद दुश्मन मेरा शिकार है और मैं उसका शिकारी हूं। हम लक्ष्मण रेखा को पार करने की जुर्रत करने वालों के लिए इसी मकसद के साथ काम करते हैं।’’
नौशहरा सेक्टर में है सबसे ज्यादा खतरा (Special preparation of border troops)-
जानकारों का कहना है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। अब वो एलओसी के अलग-अलग जगहों से आतंकियों को भेजने की रणनीति पर काम कर रहा है। नौशहरा सेक्टर घुसपैठ के लिहाज से ज्यादा संवेदनशील है। नौशहरा सेक्टर सबसे अधिक घुसपैठ वाला इलाका था और इसके निकट सीमा के उस पार कई आतंकी ठिकाने और प्रशिक्षण शिविर थे। अग्रिम चौकी पर तैनात एक और सैनिक ने कहा कि हम एलओसी पर बहुत चौकस हैं।
पीओके के भीमबर में पाक सेना का जमावड़ा –
राजौरी जिले का नौशहरा सेक्टर पीओके में भीमबर जिले के ठीक सामने पड़ता है।भारतीय सेना (border troops) की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भीमबर जिले में अपनी फौज का भारी जमावड़ा किया है। सेना के जवानों का कहना है कि उनकी निगाहें अब सिर्फ पाकिस्तान की नापाक हरकत पर लगी हुई है। सेना किसी भी हालात का सामना करने के लिए तैयार है।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ में बढ़ोतरी –
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पुंछ-राजौरी सेक्टर में घुसपैठ की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पाक सेना की तरफ से करीब 26 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। सेना (border troops) के एक अधिकारी के मुताबिक 225 किमी लंबी एलओसी पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि पाक की तरफ से होने वाले घुसपैठ पर प्रभावी लगाम लगाया जा सके।