PM भी नहीं चुका पाएं थे PNB का बैंक लोन फिर उनकी विधवा पत्नी ने किया ऐसा काम, देश ने किया सलाम
लाल बहादुर शास्त्री: सादगी और सच्चाई की मिसाल कायम करने वाले पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने पंजाब नेशनल बैंक से लोन लिया था, लेकिन कर्ज चुकाने से पहले ही उनका निधन हो गया ता, जिसके बाद उनकी पत्नी ने ऐसा काम किया, जिससे देश ने उन्हें सलाम किया। आमतौर, पीएम की सुविधाओं का देश पूरा ख्याल रखता है, लेकिन लाल बहादुर शास्त्री ऐसे पीएम थे, जिन्होंने निजी कारणों के लिए कभी भी अपने पद का लाभ नहीं लिया, जिसका सबूत ये है कि उन्होंने ने बैंक से लोन लिया था।
आज देश में नीरव और माल्या जैसे लोग मौजूद है, जो बैंकों से कर्ज के नाम पर पैसा तो लेते हैं, लेकिन उस पैसों को वापस करने के बजाय देश छोड़ के भाग जाते हैं। ऐसे लोगों को भारतीय भाषा में भगौड़ा कहा जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि हर कोई बैंक से कर्जा या लोन लेकर भाग जाता है। बताते चलें कि मन में अगर सच्चाई हो तो कोई इंसान कर्ज चुकता करता ही है। यहां आज हम आपको पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के बैंक कर्ज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी भरपाई वो नहीं कर पाएं तो क्या हुआ उनकी पत्नि ने तो किया।
लाल बहादुर शास्त्री की पत्नी ईमानदारी और सादगी में विश्वास करती थी
जी हां, अगर लाल बहादुर शास्त्री की पत्नी चाहती तो वो बैंक का कर्ज वापस नहीं कर सकती थी, लेकिन वो भी अपने पति की तरह ईमानदारी और सादगी में विश्वास करती थी। पूर्व पीएम लाल बहादुर के निधने के बाद उनकी विधवा पत्नी ने अपने पेंशन से बैंक का कर्ज चुकाया, जोकि सच्चाई और सादगी की मिसाल कायम करती है। पंजाब नेशनल बैंक में हुए सबसे बड़े घोटाले ने देश की छवि को तार तार कर दिया, लेकिन पंजाब नेशनल एक ऐसा बैंक हैं, जहां अगर नीरव जैसे लोग है तो वहीं लाल बहादुर की पत्नी जैसे ईमानदार भी है।
दरअसल, मसला 1964 का है। जी हां, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल ने बताया कि घर में कार की मांग हुई तो पिताजी यानि लाल बहादुर शास्त्री ने कार लेने की सोची, ऐसे में उनके बैंक एकाउंट में सिर्फ 7,000 रूपये थे, जबकि कार 12,000 रूपये की थी, ऐसे में लाल बहादुर शास्त्री ने बैंक से लोन लेने के बारे में सोचा, तब शास्त्री जी ने बैंक को 5000 रुपये के लिए आवेदन दिया था, जिसे उसी दिन मंजूरी मिल गई थी।
पीएम लाल बहादुर शास्त्री पूरी दुनिया के लिए गर्व :
कार तो मिल गई लेकिन शास्त्री परिवार में कुछ ही समय बाद मातम छा गया क्योंकि लाल बहादुर शास्त्री जी का निधन हो गया था। ऐसे में बैंक का कर्ज पूरा भी नहीं हुआ था, लेकिन पूर्व पीएम की पत्नी को पेंशन मिलता था, जिससे उन्होंने बैंक का कर्ज चुकाया। ऐसे मे अगर सच्चाई और ईमानदारी हो तो नीरव जैसे लोग भारत देश को लूट नहीं सकते हैं। लाल बहादुर शास्त्री के सादगी और सच्चाई की इतने किस्से मशहूर है, जिन्हे देश ने आज भी नहीं भूल पाया। जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले स्वर्गीय पूर्व पीएम लाल बहादुर के किस्से देश की युवा पीढ़ी को हर परिस्थिति से लड़ने के लिए प्रेरणा है। बतौर पीएम रहते हुए इन्होंने कभी भी पद का लाभ नहीं है, जोकि देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए गर्व की बात है।