निजी अस्पताल में इलाज कराने आई महिला को पानी की जगह पिलाया एसिड, हुआ ऐसा हाल
सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही की खबरें तो अक्सर सुनने को मिलती रहती है पर अब निजी अस्पताल में ऐसी बड़ी गलती हुई जिसकी वजह से एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। दरअसल बिहार के मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने आई एक महिला को अस्पताल के कर्मचारी ने पानी की जगह तेजाब दे दिया, जिसके कारण महिला की मौत हो गयी। ऐसे में अब ये मामला अब पुलिस तक पहुंच गया है और पुलिस ने दोषी डॉक्टर और कर्मचारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पानी की जगह पिलाया एसिड –
पानी की जगह पिलाया एसिड :
अक्सर ये देखने को मिलता है डॉक्टर से अधिक रौब अस्पताल के दूसरे कर्मचारी मरीजों पर जताते हैं.. यहीं नहीं कई बार उनके द्वारा किए गए दुर्व्यवहार और बड़ी गलतियों की खबरे भी सुनने को मलती रहती हैं यहां भी मामला कुछ ऐसा ही था.. जहां निजी अस्पताल के पैरामेडिकल कर्मचारी ने महिला को तेजाब ही पिला दिया।
ये घटना बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के ब्रह्मपुरा थाना की है जहां, द्वारिकापुर इलाके की श्यामली देवी को उनके परिजन जूरन छपरा रोड स्थित अस्पताल में आंख का ऑपरेशन कराने के लिए ले आए थे। ऐसे में डॉक्टर ने श्यामली देवी की जांच कर ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू की और इसी दौरान उन्हें दवा खाने के लिए दी गई जिसके लिए उन्होने जब पानी मांगा तो वहां के कंपाउंडर ने गलती से पानी की जगह एसिड की बोतल थमा दी। ऐसे में उनकी स्थिति पूरी तरह बिगड़ गई। गले में जलन होने से उल्टियां करने लगीं। तब वो कंपाउंडर महिला को जल्दी से दूसरे अस्पताल में भर्ती करा कर मौके से भाग गया।
इलाज के दौरान पीड़ित महिला की मौत :
ऐसे में जानकारी मिलते ही परिजनों ने उस अस्पताल में जाकर हंगामा मचाना शुरू किया जहां ये घटना हुई थी..इस दौरान वहां मौजूद डॉक्टर और दूसरे कर्मी एक घंटे तक कमरे के अंदर दुबके रहे। इसके बाद घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और नाराज लोगों को समझाकर शांत कराया। जबकि दूसरे अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़ित महिला की मौत हो गई।
इस मामले में महिला के परिजन ने पुलिस को बताया कि जहां ये हादसा हुआ उस अस्पताल के डॉक्टरों ने मानवता का भी ख्याल नहीं रखा। हादसे के बाद महिला के ऑपरेशन के फीस के चार हजार रुपये वापस कर दूसरे अस्पताल में जाने का दबाव देने लगे।
दूसरी तरफ डॉक्टरों का कहना है कि उस महिला ने खुद ही पानी की जगह दूसरी बोतल से एसिड पी लिया। इसमें अस्पताल के किसी कर्मचारी की कोई गलती नहीं है। जबकि, पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में अस्पताल के कर्मियों की गलती सामने आ चुकी है। पुलिस का कहना है कि चूंकि गलती से तेजाब पीने के कारण महिला का मुंह और गला बुरी तरह से झुलस गया था.. ऐसे में अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में महिला कुछ भी बोलने की हालत में नही थी इसलिए हम उनका बयान रिकॉर्ड नहीं कर पाये। लेकिन इस मामले में दोषी डॉक्टर और कर्मचारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी।