क्या आप जानते हैं मैच से पहले कौन चुनता है भारत की प्लेयिंग 11 की टीम, जान कर लग सकता है झटका
भारत में क्रिकेट का काफी क्रेज है और अन्य खेलों के मुकाबले क्रिकेट को देखना पसंद लोग ज्यादा करते हैं। भारत में छोटे बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी क्रिकेट के दीवाने हैं। आप सभी जानते हैं कि क्रिकेट में एक टीम के खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या 11 होती है और इन 11 खिलाड़ियों का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण फैसला होता है। प्रत्येक मैच पहले प्लेयिंग इलेवन की टीम चुनी जाती है और अच्छी फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को ही खेलने का मौका दिया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं जब भी भारत का किसी दूसरे देश की टीम के साथ मैच होता है तो आखिर कौन है वो जो मैच से पहले प्लेयिंग इलेवन का चुनाव करता है? आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान विराट कोहली से प्रेस कांफ्रेंस एक बार किसी पत्रकार ने यही सवाल पूछा था। उस समय कोहली को काफी गुस्सा हो गए थे। दरअसल भारत एक मैच हार गया था और पत्रकार ने अजिंक्या रहाणे को प्लेयिंग इलेवन भी जगह नहीं दिए जाने पर सवाल उठाया था। तब विराट कोहली ने पत्रकार को जवाब देते हुए कहा था कि मैं अकेला नहीं हुँ जो प्लेयिंग इलेवन टीम का चुनाव करता हुँ, मेरे अलावा कुछ अन्य लोगों की भी मैच से पहले टीम के सलेक्शन में अहम भूमिका होती है।
आपको बता दें कि प्लेयिंग इलेवन की टीम चुनते समय कप्तान के अलावा जिसकी सबसे बड़ी भूमिका होती है वह है उस टीम का कोच। आप सभी जानते ही हैं कि कोच किसी भी टीम के लिए काफी मायने रखता है और वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री हैं। रवि शास्त्री ने एक बार अपने बयान में कहा भी था कि अगर आप सोचते हैं कि इनका चुनाव विराट कोहली करता है तो आप गलत हैं। विराट कोहली मात्र कोच को अपने सुझाव देते हैं। मैच से पहले कप्तान और कोच मिलकर टीम का प्रारूप तैयार करते हैं कि अगले मैच में कौन कौन खेलेगा।
जब टीम का चुनाव होता है तो बल्लेबाजी कोच भी कप्तान और मुख्य कोच के साथ सलाह मशवरा करते हैं क्योंकि कोच को पता होता है कि कौन सा खिलाड़ी फोर्म में चल रहा है बल्लेबाजी कोच अभ्यास के दौरान ही खिलाड़ियों के फॉर्म का पता लगा लेता है और जिस खिलाड़ी का नाम देता है उस पर आगे चर्चा की जाती है। बल्लेबाजी के साथ-सााथ गेंदबाजी का भी बहुत ध्यान रखा जाता है ऐसे में गेंदबाजी कोच भी अपना दायित्व निभाता है और गेंदबाजों को लेकर अपनी राय देता है कि किस गेंदबाज को खिलाना ठीक रहेगा। गेंदबाजी कोच की बात पर कप्तान व मुख्य कोच भी विचार करते हैं इसके अलावा गेंदबाजों को लेकर यह भी निर्णय लेना होता है कि कितने स्पीनर और फास्ट बॉलर्स को टीम में खिलाना बेहतर रहेगा।
आप सभी जानते हैं कि जब भी भारत कोई मैच हारता है तो उसके बाद कप्तान और कोच पर काफी सवाल उठाए जाते हैं आपको बता दें कि केपटाउन में हुए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका से 72 रन की हार का सामना करना पड़ा था तब भी टीम इंडिया के खिलाड़ियों के चयन पर गंभीर सवाल उठाए गए थे। इस मैच के बाद भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भुवनेश्वर कुमार के स्थान पर ईशांत शर्मा को चुने जाने को समझ से परे बताया था। ऐसे में सही टीम का चुनाव करना काफी अहम हो जाता है।