तो इस वजह से 70 साल के सऊदी शेख चाहते हैं खूबसूरत 13 साल की नाबालिग लड़कियां
इस दुनिया में प्यार सबकी पहली जरूरत है. लेकिन, हमारे समाज में लड़कियों को प्यार से नहीं बल्कि भूख और हवस की गंदी नज़रों से देखा जाता है. यहाँ, लड़कियों को जिस्म बेचने की मशीन समझ कर उनसे खेला जाता है. दुनिया में ऐसे कई देश है, जहाँ, लड़कियों को सिर्फ एक खिलोना समझा जाता है. ऐसे में सरकार और उनके कानून भी लड़कियों की मदद कर पाने में सफल नहीं हो पाते. कईं बार लड़कियां अपनी आबरू की रक्षा के लिए दुनिया का विरोध करती हैं. मगर जब उनकी कोई नहीं सुनता तो थक हार कर वह उस बुराई को झेलना ही जिंदगी बना लेती हैं.
दुनिया के हर देश और हर राज्य की अपनी अपनी कुछ ख़ास परम्पराएं हैं. इनमें से कुछ परम्पराएं ऐसी है, जिनमे ना चाहते हुए भी औरतों को समाज द्वारा किए जा रहे शोषण का शिकार होना पड़ता है. अगर बात सऊदी अरब की करें तो यहाँ शुरू से ही मजलूम लड़कियों को शिकार बनाया जा रहा है. यहाँ, तक कि हमारे भारत देश में भी बहुत सारी लड़कियों को पैसों का लालच दे कर सऊदी अरब के शेखों को सौंप दिया जाता है.
सऊदी के शेखों की लड़कीबाज़ी से लगभग हर कोई वाकिफ है. ये लोग सदियों से मासूम लड़कियों का इस्तेमाल करते चले आ रहे हैं. लेकिन हाल ही में इन्हें लेकर एक हैरानीजनक खुलासा हुआ है. शेखों की अयाशियों को लेकर आए दिन कोई ना कोई खबर अखबार की सुर्ख़ियों में बनी ही रहती है जिन्हें पढ़ कर कोई भी शर्मसार हो जाए. परंतु, हाल ही में आई एक खबर ने बवाल मचा रखा है. दरअसल, इन दिनों सीरिया युद्ध के बाद तहस नहस हो चूका है. जिसके कारण वहां भूखमरी और सूखे ने लोगों का जीना हराम कर रखा है.
ऐसे में सऊदी के शेखों ने मजबूर लोगों का फायदा उठाने का प्लान बना रखा है. एक रिपोर्ट के अनुसार इन दिनों शेख़ लोग सीरिया से लड़कियां खरीद कर उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. सीरिया के लोग इतने मजबूर हो चुके हैं कि चंद पैसों के लिए अपनी बहु बेटियों को बेचने से भी कन्नी नहीं कतरा रहे. आपको ये जानकार हैरानी होगी कि इन लड़कियों को खरीदने वाले ज्यादातर शेखों की उम्र 70 साल या इससे भी ऊपर है. बेटी की उम्र की लड़कियों को कम दाम में खरीद कर सऊदी के बुड्डे अपनी ठरक मिटा रहे हैं.
गौरतलब है कि शेखों द्वारा की जा रही इस ज्यादती का कोई भी विरोध नहीं कर पा रहा. क्यूंकि भूख से सीरिया के लोग इतने परेशान हैं कि उनमे इंसानियत मर चुकी है. मि़डिल ईस्ट के रिफ्यूजी कैंप में इन दिनों सऊदी अरब के रईसों का जमावड़ा लगा रहता है. इस जगह पर सीरिया की मजबूर लड़कियां अपना जिस्म बेचने को तैयार खड़ी रहती हैं. ऐसे में ये बूढ़े उन लड़कियों को चुनते हैं, जिनकी उम्र सबसे कम होती है. एक रिपोर्ट के अनुसार जिस लड़की की जितनी कम उम्र हो, उसको उतना ज्यादा बिकने का दाम दिया जाता है. खरीदने के बाद शेख़ उनके शरीर को भूखे भेडियों की तरह नोचते हैं. हैरानी की बात ये है कि ये ठरकी बुड्डे सबसे अधिक शिकार 13 साल की लड़कियों को बनाते हैं.
ये बूढ़े लड़कियों का शोषण करके उन्हें फेंक देते हैं. मुस्लिम धर्म में जिस्म बेचने को हराम का नाम दिया जाता है. इसके बावजूद भी कोई इसके खिलाफ आवाज़ उठाने को तैयार नहीं है.