राजस्थान उपचुनाव में हार से पार्टी हाई कमान में टेंशन, वसुधंरा को भुगतना पड़ सकता है खामियाजा
राजस्थान: हाल ही में राजस्थान के उपचुनाव के नतीजों ने सबको चौंका दिया, जिससे बीजेपी की टेंशन बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। राजस्थान उपचुनाव में हार से जहां बीजेपी में टेंशन की लहर है, तो वही कांग्रेस इस जीत से फूली हुई नहीं समा रही है। बता दें कि उपचुनाव को लेकर पार्टी में वसुंधरा का विरोध तेज हो गया है, जिसकी वजह से राजस्थान में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
राजस्थान की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। बता दें कि अलवर, अजमेर और मांडलगढ़ में हुए उपचुनाव में बीजेपी को मुंह के बल खानी पड़ी थी, जिसका जिम्मेदार वसुंधरा को ठहराया जा रहा है। दरअसल, बीते दिनों वसुधंरा राजे ने राजस्थान में तानाशाही का रवैया अपनाया था, जिसका खामियाजा बीजेपी को उपचुनाव में भुगतना पड़ा। पार्टी की ये हार पार्टी हाई कमान पचा नहीं पा रहे हैं, इसी वजह से वसुंधरा की मुश्किलें बढ़ सकती है।
सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान सीएम वसुंधरा को तलब कर सकती है। इतना ही नहीं सूत्रों की माने तो अगले चुनाव में वसुंधरा से सीएम पद भी छीना जा सकता है, उनकी जगह किसी सांसद को सीएम बनाया जा सकता है। दरअसल, अलवर उपचुनाव में कांग्रेस 1 लाख 96 हजार वोटों से जीती, तो अजमेर उपचुनाव में कांग्रेस को 86 हजार वोटों से जीतने के अलावा मांडलगढ़ विधानसभा में भी कांग्रेस लगभग 13 हजार वोटों से जीती, ऐसे में बीजेपी बहुत टेंशन में दिखाई दे रही है।
राजस्थान नतीजों पर विशेषज्ञों की राय माने तो अगर ऐसी ही ट्रेंड रहा तो आगामी विधानसभा बीजेपी के लिए मुसीबतों का सबब बन सकती है। बता दें कि राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो अगर माहौल ऐसा ही रहा तो आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को राजस्थान की 200 में से सिर्फ 53 सीटों पर जीत मिलेगी, जबकि कांग्रेस को 140 सीटें मिल सकती हैं, ऐसे में कांग्रेस सत्ता में आ जाएगी, जोकि बीजेपी को गंवारा नहीं होगा।