कभी फूट फूटकर रोये थे राहुल द्रविड़, अब खुशियों ने भरी दी उनकी झोली
खेल: हर किसी को अपने प्रोफेशन बहुत ही लगाव होता है, ये लगाव तब और बढ़ जाता जब प्रोफेशन शौक में तब्दील में हो जाता है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिससे में हर खिलाड़ी की एक अपनी मंजिल होती है, उस मंजिल को न पाने पर वो पूरी तरह से टूट जाता है, ऐसा ही कुछ पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के साथ भी हुआ था। आप में शायद कुछ ही लोग जानते होंगे कि राहुल द्रविड़ पूरी दुनिया के सामने फूट फूटकर रोये थे। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
क्रिकेट की दुनिया के द वॉल कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ का सपना विश्वकप जीतने का था, लेकिन उनका ये सपना बतौर क्रिकेटर पूरा नहीं हो सका, जिसके बाद राहुल द्रविड़ पूरी तरह से टूट गये थे। बताते चलें कि 2007 राहुल द्रविड़ का आखिरी वर्ल्ड कप था। याद दिला दें कि राहुल ने बतौर क्रिकेटर तीन विश्वकप में हिस्सा ले चुके हैं, लेकिन उनका सपना हर बार अधूरा रह गया था। जी हां, 2003 में टीम इंडिया फाइनल में पहुंची भी थी, लेकिन ऑस्ट्रलिया से हार का सामना करना पड़ा था।
अपने आखिरी वर्ल्ड कप में 2007 में जब राहुल का सपना टूटा तो उनकी आखों में सबसे ज्यादा आंसू थे। जी हां, 23 मार्च 2007 भारत के क्रिकेट का वो दिन था, जब भारत का वर्ल्ड कप जीतने का सपना चकना चूर हो गया था, उस समय पूरे देश के आखों में आंसू था, लेकिन सबसे ज्यादा आंसू कप्तान द्रविड़ के आखों में थे। दरअसल, उस वर्ल्ड में खराब प्रदर्शन की वजह से सबका दिल दुखा था। हालांकि भारत ने 2011 में वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया, लेकिन इस कप का हिस्सा राहुल द्रविड़ नहीं बन सके। दरअसल, जब सचिन दोहरा शतक से सिर्फ 6 रन दूर थे, तो उसी दौरान द्रविड़ ने संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी, नहीं तो 2011 के वर्ल्ड कप में द्रविड़ का सपना भी जरूर पूरा हो जाता।
द वॉल द्रविड़ का सपना आखिरकार अब जाकर पूरा हुआ। जी हां, अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ है, ऐसे में राहुल की झोली खुशियोंं से भर गई। बता दें कि जैसे ही भारतीय अंडर-19 ने वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया, वैसे ही राहुल का दिल खुशियों से झूम उठा। बतौर कोच राहुल की सभी ने जमकर तारीफ की,सहवाग ने कहा कि आज का भविष्य राहुल के हाथ में सबसे ज्यादा सुरक्षित है।