खतरें में पड़ी केजरीवाल की कुर्सी, चुनाव आयोग ने 20 विधायको को ठहराया अयोग्य
नई दिल्ली: दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही है। जी हां, जहां एक तरफ सत्ताधारी पार्टी कर्नाटक में चुनाव लड़ने का सपना देख रही है तो वहीं उसकी दिल्ली की गद्दी खतरेंं में चल रही है। बता दें कि चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों के किस्मत का फैसला सुना दिया, जिसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्या होगा केजरीवाल का?
बता दें कि चुनाव आयोग ने पद का लाभ के मामले में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को झटका दे दिया है। चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने हाईकोर्ट जाने का फैसला किया है। अब देखना यह होगा कि आखिर हाई कोर्ट से आप पार्टी को राहत मिलती है या नहीं?
आप ने दी सफाई, चुनाव आयोग करता है पक्षपात
बता दे कि आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि जिस लाभ के पद का आरोप लगाया जा रहा है, वैसा कुछ हुआ ही नहीं है। साथ ही सौरभ ने यह भी कहा कि हमारे विधायकों ने सरकारी गाड़ी, सरकारी बंगला और तनख्वाह का फायदा नहीं लिया है। चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए सौरभ ने कहा कि चुनाव आयोग ने इस मामले में हमारी बात नहीं सुनी है, किसी को भी विधायक को अपनी गवाही रखने का मौका नहीं दिया है, जिसके बाद हम हाईकोर्ट जाएंगे, चुनाव आयोग पक्षपात करता है।
विपक्ष ने मांगा केजरीवाल का इस्तीफा
मामला जब तूल पकड़ने लगा तो विपक्ष केजरीवाल से इस्तीफा की मांग करने लगा है। अब देखना ये होगा कि आखिर कैसे केजरीवाल अपनी कुर्सी को दिल्ली में बचाएंगे? खैर, जो भी हो लेकिन एक बात तो तय है कि चुनाव आयोग के इस फैसले से दिल्ली में केजरीवाल सरकार की छवि पर गहरा असर पड़ेगा। बताते चले कि अगर हालात खराब हुए तो हो सकता है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार गिर सकती है।