दोस्तों ने बताई विजय माल्या की बर्बादी की असलियत, आप भी जानकर भोचक्के रह जाएंगे!
नई दिल्ली: हमारे भारत में ऐसे बहुत ही कम लोग हैं जो कम समय में काफी पॉपुलर हो पाए हैं. इन्हीं में से सबसे पहले उद्योगपति मुकेश अंबानी का नाम आता है और उसके बाद विजय माल्या का. विजय माल्या को भला कौन नहीं जानता होगा. एक समय में विजय माल्या की ठाट-बाट सबको मात देती थी. परंतु अब विजय माल्या पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं. खबरों की मानें तो विजय माल्या की बर्बादी का कारण भारी कर्ज है. परंतु हाल ही में विजय माल्या के खास दोस्त कैप्टन गोपीनाथ ने विजय माल्या को लेकर कुछ ऐसी बातें मीडिया के सामने पेश की है, जिन्हें जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे. एक इंटरव्यू के दौरान गोपीनाथ ने बताया कि विजय माल्या की बर्बादी का कारण उनके फालतू खर्चे और अक्खड़पन है.
इसके इलावा हम आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि कैप्टन गोपीनाथ से ही विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस को खरीदा था. इस एयरलाइंस को खरीदने के बाद माल्या ने किंगफिशर कैलेंडर और बीच पार्टीज़ में अपनी पूरी लाइफ खराब कर दी.
दरअसल, कैप्टन गोपीनाथ को एक समय में विजय माल्या के दोस्त होने के साथ-साथ सस्ती एयरलाइंस छेत्र का जनक माना जाता था. मिली जानकारी के अनुसार एक समय में विजय माल्या ने गोपीनाथ से करीबन हजार करोड़ में भारत की पहली सस्ती और सफल एयरलाइंस “एयर डेक्कन” को खरीदा था. परंतु अपने बेहिसाब खर्चों के कारण विजय माल्या की यह एयरलाइंस जल्द ही फ्लॉप साबित हो गई और उनकी बर्बादी का दौर शुरू हो गया. एक इवेंट के दौरान कैप्टन गोपीनाथ ने बताया कि माल्या किसी राजनीतिक साजिश से नहीं बल्कि, अपनी लाइफ स्टाइल और अक्खड़पन की वजह से ही बर्बाद हुए हैं. इसके इलावा हम आपको बता दें कि 2012 से ही किंगफिशर एयरलाइंस बंद हो चुकी है और उस पर बैंकों का 9000 करोड रुपए का भारी कर्जा है.
एक समय ऐसा भी था जब भारत देश पर विजय माल्या का सिक्का चलता था और वह काफी चर्चित थे. विजय माल्या के चर्चा की मुख्य विषय होने का कारण उनकी महंगी पार्टियां, फार्मूला वन रेस और सलाना स्विमवेयर कैलेंडर था! परंतु भारत की जांच एजेंसियों और अदालतों के चक्कर काटने के बाद विजय माल्या को लंदन भागना पड़ा. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि माल्या की पार्टी में अक्सर बड़े बड़े राजनीतिक और दिग्गज लोग शामिल हुआ करते थे जिनमें विदेशी भी एक थे.
विजय माल्या के दोस्त गोपीनाथ ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि शराब के प्रमुख व्यवसाय माल्या लोन चूक के दिनों में अपनी हरकतों को लेकर सीरियस नहीं थे. इसके अलावा गोपीनाथ में माले को राजनीतिक फुटबॉल कहते हुए कहा कि तब कांग्रेस सरकार का दौर चल रहा था.कुल मिलाकर देखा जाए तो कैप्टेन गोपीनाथ का विजय माल्या को लेकर कहने झुठलाया नही जा सकता. अगर विजय माल्या अपने खर्चों और अपनी अय्याशी पर लगाम लगा लेते और काम को लेकर सीरियस हो जाते तो शायद आज उन्हें अपना बर्बादी का मंजर देखने को नहीं मिलता.