शादी के बाद नहीं बन पा रहे फिजिकल रिलेशन तो ऐसे ले सकते हैं तलाक, कोर्ट भी होगा मजबूर
कई बार मन मुताबिक शादी नहीं होने पर पार्टनर्स एक दूसरे से संबंध स्थापित नहीं कर पाते. कभी-कभी आपसी सहमती से वह ऐसा करते हैं तो कभी-कभी दोनों में से एक संबंध बनाने में दिलचस्पी नहीं लेता. जैसा कि हम सभी जानते हैं फिजिकल रिलेशन किसी भी रिश्ते में एक अहम भूमिका निभाता है. यह दो लोगों को एक दूसरे के और करीब ले आता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आप प्यार किसी और से करते हैं और शादी किसी और से हो जाती है. ऐसे में लड़का-लड़की संबंध बनाने से बचते हैं. लेकिन वह इस बात से अनजान रहते हैं कि उनकी यह हरकत उनके पार्टनर को कितना तकलीफ पंहुचाती है. यदि शादी के बाद भी पति-पत्नी में संबंध नहीं है तो ऐसे में आप डाइवोर्स फाइल कर सकते हैं. इस आधार पर आपको तलाक मिल सकता है. ऐसे कई आधार हैं जिनके बिनाह पर महिलाएं तलाक ले सकती हैं. अधिकतर महिलाएं इन अधिकारों से अनजान रहती हैं और ताउम्र ऐसे व्यक्ति के साथ रहने पर मजबूर हो जाती हैं जो उनसे प्यार ही नहीं करता या उनकी इज्ज़त नहीं करता. इसलिए आज हम कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिसके आधार पर महिलाएं आसानी से तलाक ले सकती हैं.
इन आधारों पर लिया जा सकता है तलाक
- यदि पति बिना किसी कारण अपनी पत्नी को 2 साल तक के लिए छोड़ देता है तो पत्नी का अधिकार है कि वह तलाक के लिए कोर्ट से निवेदन कर सकती है. वहीं, यदि पत्नी तलाक के बाद दूसरी शादी न करके अकेले रहने का फैसला करती है तो उसे पति से मेंटेनेंस का खर्चा लेने का पूरा अधिकार है.
- यदि कोई व्यक्ति पत्नी की जानकारी के बिना अपना धर्म परिवर्तन कर लेता है तो इस स्थिति में भी महिलाएं पति को तलाक देने का अधिकार रखती हैं.
- इसके अलावा यदि पति आपको शारीरिक या मानसिक कष्ट पहुंचा रहा है तो भी आप उनसे तलाक ले सकती हैं. यह केस अधिकतर घरों में देखने को मिलता है जहां पति अपनी पत्नी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है. इस स्थिति में महिला जब चाहे तब पति से तलाक ले सकती है.
- शादी के बाद भी यदि पति-पत्नी के आपस में फिजिकल रिलेशन नहीं है तो इसे मानसिक क्रूरता में गिना जाएगा. यह तलाक का बहुत बड़ा वैलिड रीज़न है.
तो ये थीं पति-पत्नी की राइट्स की बातें, इसके अलावा भी कुछ राइट्स ऐसे हैं जिनसे हम सभी को अवगत रहना चाहिए. क्या हैं वह अधिकार चलिए आपको बताते हैं.
- पब्लिक प्लेस में आपके साथ कोई अश्लील हरकत नहीं कर सकता. ऐसा करना सेक्शन 294 के तहत PDA क्रिमिनल ऑफेंस में आता है.
- MRP यानी मैक्सिमम रिटेल प्राइस. एक कंज्यूमर के तौर पर आप मोल-भाव कर सकते हैं लेकिन सेलर आपसे MRP से ज्यादा पैसे नहीं ले सकता.
- यदि आपके साथ किसी ने करार किया है और वह भुगतान करने से मना कर रहा है तो आप 3 साल के अंदर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
- टैक्स उल्लंघन के मामले में इनकम टैक्स 1961 के तहत टैक्स रिकवरी ऑफिसर आपको गिरफ्तार कर सकता है.
- इसके अलावा कोई भी नॉन मोटर व्हीकल जैसे कि साइकिल और रिक्शा चालकों से पेनल्टी नहीं वसूल सकता. इनसे पेनल्टी वसूलना मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नहीं आता.