नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी स्थित सर गंगा राम अस्पताल में मंगलवार की शाम चिकनगुनिया से एक 75 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. इससे पहले मच्छर जनित इस बीमारी से तीनों लोगों की मौत सोमवार को हुई थी, जिनकी उम्र 60 साल से ऊपर थी. चिकनगुनिया की वजह से पैदा हुई जटिलता के कारण किडनी फेल होने से उसकी मौत हुई.
इससे पहले अस्पताल ने सोमवार को इस बीमारी से तीन लोगों की मौत की की पुष्टि की थी.
अस्पताल के मुताबिक, 65 वर्षीय आर.पांडे को 11 सितंबर को गाजियाबाद के यशोधरा अस्पताल से गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनकी सोमवार सुबह मौत हो गई.
अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पांडे को चिकनगुनिया से पीड़ित पाया गया था और उनके शरीर में विषाणु की संख्या बेहद अधिक थी. चिकनगुनिया के कारण उन्हें सेप्सिस हो गया था, जिसके कारण 12 सितंबर को तड़के 4.30 बजे उनकी मौत हो गई.”
अधिकारी ने कहा, “द्वारका निवासी शंकर को 11 सितंबर को गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चिकनगुनिया के कारण 12 सितंबर को उनकी मौत हो गई. बीते आठ सितंबर को ओपीडी में उनकी चिकनगुनिया की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.”
आंकड़े –
नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक, डेंगू के 1,158, चिकनगुनिया के 1,057 तथा मलेरिया के 21 मामले सामने आए हैं. लेकिन अस्पतालों द्वारा जारी आंकड़े कुछ और ही बयां करते हैं.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अंतिम सप्ताह तक चिकनगुनिया के 900 से अधिक मामलों की पुष्टि की थी. सूत्रों के मुताबिक, अस्पताल में छह मौतें हो चुकी हैं. एक सितंबर से लेकर अब तक डेंगू से पांच, जबकि चिकनगुनिया से एक मौत हुई है.
चिकनगुनिया से पीड़ित 30 वर्षीय एक व्यक्ति की नौ सितंबर को मौत हो गई थी. एम्स के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “पीड़ित की नौ सितंबर को चिकनगुनिया से मौत हो गई. वह पूर्वी दिल्ली का निवासी था.” मौतों की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है.
सरकारी इंतजाम-
दिल्ली सरकाबिस्तरों की घोषणा की. इसके साथ ही लोगों की सूचना मुहैया कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया.
ये बेड रार ने इसका संज्ञान लेते हुए मंगलवार को बुखार पीड़ितों के लिए अस्पतालों 1000 अतिरिक्ति
जीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और दीपचंद बंधु अस्पताल में मुहैया कराए जाएंगे. सरकार ने एक 011-22307145 के साथ एक नियंत्रण कक्ष की भी घोषणा की है.
सरकार ने 24 घंटे काम करने वाले 26 अस्पतालों में केवल बुखार के लिए समर्पित फीवर क्लिनिक स्थापित किए हैं. दिल्ली सरकार के 262 औषधालय सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक काम करेंगे. उसी तरह 106 आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक सुबह आठ बजे से दो बजे अपराह्न् तक काम कर रहे हैं.
नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक, 10 सितंबर तक डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया से संक्रमित लोगों की संख्या क्रमश: 1158, 1057 और 21 थी।