हाथ की ये उंगली है लम्बी तो किस्मत बदलते देर नही लगती,उंगलियों से जाने भविष्य
आपने हाथों की रेखाओं को देख भविष्य जानने की कोशिश कई बार की होगी पर क्या कभी अपने हाथ की उंगलियो को जानने समझने का प्रयास किया है। जी हां, हाथों की रेखाओं की तरह ही आपकी उंगलिया भी आपके बारे में बहुत कुछ बताती हैं.. उंगलियों की बनावट और लम्बाई से इंसान के स्वभाव और भविष्य के बारे में जाना जा सकता है और आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं किस कैसे व्यक्ति के उंगलियो के आधार पर उसके भविष्य के बारे में जान सकते हैं।
हाथ की प्रत्येक उंगली एक ग्रह से सम्बंधित होती है.. जैसे तर्जनी उंगली गुरु, मध्यमा शनि, अनामिका सूर्य और कनिस्ठिका बुध का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसे में इनका मानव जीवन पर भी काफी हद तक प्रभाव पड़ता है । आइए जानते हैं ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक उंगली की बनावट क्या कहती है ..
तर्जनी उंगली
गुरू से संबंधित ये उंगली इंसान की महत्वाकांक्षा और नेतृत्व क्षमता को दर्शाती है। ये उंगली इंसान के भाग्य के साथ उसके कार्य क्षेत्र की सम्भावना बताती है । वैसे सामान्यतया तर्जनी उंगली की लंबाई मध्यमा उंगली के ऊपरी भाग के मध्य तक होती है। ऐसे में अगर ये उंगली पूरी तरह पुष्ट है और सामान्य से अधिक लंबी होती है तो ऐसा व्यक्ति किस्मत का धनी होने के साथ नेतृत्व क्षमता में कुशल होता है। वहीं इसके विपरीत तर्जनी के छोटे होने पर व्यक्ति दूसरों के अधीन होकर ही कार्य करता है। कार्यक्षेत्र की बात करें तो अगर तर्जनी उंगली का पहला खंड लंबा होता है तो ऐसा व्यक्ति राजनीति, धर्म या शिक्षण क्षेत्र में सफल होता है। वहीं उंगली का दूसरा पोर लंबा हो तो जातक के व्यापार में नाम कमाने की सम्भावा अधिक होती है और अगर उंगली का तीसरा पोर लंबा है तो ऐसा व्यक्ति खाने का शौकीन होने के साथ व्यंजन बनाने में माहिर होता है।
मध्यमा
ये उंगली शनि का प्रतिनिधित्व करती है ऐसे में ये इंसान के ईमानदारी एवं अनुशासन को दर्शाती है। सामान्यतया ये उंगली दूसरी उंगलियों से लंबी होती है पर इसका मध्यम लम्बाई ही शुभ मानी जाती है.. ये अगर बहुत अधिक लंबी नहीं है तो व्यक्ति जिम्मेदार एवं गंभीर व्यक्तित्व का धनी होता है साथ ही महत्वाकांक्षी भी होता है। पर अगर ये सामान्य से अधिक लंबी हो तो ऐसा व्यक्ति अकेले में रहना पसंद करता है और वो और वो किसी गलत कार्य मे भी फंस सकता है। वहीं अगर मध्यमा उंगली छोटी होती है ऐसा व्यक्ति लापरवाह एवं आलसी होता है।
अनामिका
अनामिका सूर्य कि उंगली कही जाती है। इससे व्यक्ति की प्रसिद्धि की इच्छा, बुद्धिमत्ता एवं रचनात्मक का पता चलता है। अगर ये उंगली तर्जनी उंगली से लंबी है तो यह सामान्य से अधिक लंबी मानी जाती है और ऐसे व्यक्ति मे जोखिम उठाने की क्षमता होती है साथ ही ये काफी रचनात्मक भी होते हैं। ऐसे में इनके फैशन या फिल्म क्षेत्र नाम कमाने की अच्छी सम्भावना रहती है। वहीं जिनकी अगर अनामिका उंगली तर्जनी से छोटी है तो ऐसे व्यक्ति स्थिति में संतुष्ट रहते हैं पर तर्जनी उंगली से छोटी अनामिका उंगली बहुत कम हाथों में पाई जाती है।
कनिष्ठिका
कनिष्ठिका को बुध की उंगली कहा जाता है.. इससे व्यक्ति की बोलने की क्षमता, बुद्धि और चातुरता का परिचय मिलता है। अगर इसकी लम्बाई अनामिका उंगली के प्रथम भाग तक पहुंचती है तो सामान्य मानी जाती है। इससे छोटी होने पर यह सामान्य से छोटी मानी जाती है और ऐसे व्यक्ति में अभिव्यक्ति की क्षमता नही होती है और वे हीन भावना का शिकार होते हैं। जबकि अगर ये सामान्य से अधिक लंबी होती है तो ऐसे व्यक्ति में अभिव्यक्ति की उच्च क्षमता होती है और वे अच्छे लेखक एवं वक्ता साबित होते हैं।