राजनीति

अन्ना हजारे ने दुखी मन से कहा अब अपने आन्दोलन से किसी को नहीं बनने दूंगा अरविन्द केजरीवाल

आगरा: गांधीवादी नेता और प्रमुख समाजसेवी अन्ना हजारे तो आपको याद ही होंगे। अरे वही जिन्होंने कुछ साल पहले दिल्ली में केंद्र सरकार और भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन पर बैठे थे। इस आन्दोलन में उनका साथ कई लोगों ने दिया था। उसी में से एक थे अरविन्द केजरीवाल। केजरीवाल ने भी अन्ना के साथ जमकर आन्दोलन किया और भूख हड़ताल पर भी बैठे। उस समय तो केजरीवाल ने कहा था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे, लेकिन बाद में क्या हुआ किसी को बताने की जरुरत नहीं है।

अरविन्द केजरीवाल के राजनीति में कदम रखने के बाद से ही अन्ना हजारे और उनके बीच के संबंधों में खटास आ गयी है। आज दोनों के बीच वो रिश्ता नहीं है जो पहले हुआ करता था। अब तो समय-समय पर अन्ना हजारे केजरीवाल की टांग भी खिंच देते हैं। अन्ना हजारे तो अब खुलकर केजरीवाल से सम्बन्ध ना होने की बात करने लगे हैं। मंगलवार को उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से उनका कोई सम्बन्ध नहीं है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अब अपने आन्दोलन से दूसरा केजरीवाल नहीं निकलने दूंगा।

ऐसा नहीं है कि अन्ना नरेन्द्र मोदी और राहुल गाँधी के पक्ष में हैं। उन्होंने दोनों के विकल्पों को भी ख़ारिज कर दिया। संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित जनसभा में अन्ना हजारे ने कहा हमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों की सरकार नहीं चाहिए। क्योंकि इनके लिए उद्योगपति और इंडस्ट्री ही सबकुछ है आम जनता कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। जबकि दूसरी तरफ बैंक किसानों से मोटा ब्याज वसूल रहे हैं। इस वजह से किसान आत्महत्या करने पर उतारू हैं।

नोटबंदी और जीएसटी से आम आदमी को कोई लाभ नहीं हुआ, उल्टे नोटबंदी से काला धन सफ़ेद हो गया। अब वह 23 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में लोकपाल के समर्थन और किसानों के हित के लिए जनसभा करेंगे। अन्ना हजारे ने कहा कि अभी वह ढाई महीने तक घूमकर लोगों को उनके अधिकारों के के बारे में जानकारी देंगे। एक पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि ब सियासी महत्वाकांक्षा को पूरा नहीं होने देंगे। आन्दोलन में जो लोग हिस्सा लेंगे, उनसे यह शपथ लूँगा कि वह भविष्य में राजनीति जॉइन नहीं करेंगे और ना ही किसी पार्टी कोप समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में भी भ्रष्टाचार नहीं रुका। हर राज्य भ्रष्टचार से पीड़ित है।

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