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बड़ी खबर : सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर मुद्दे पर सुनाया बड़ा फैसला, कांग्रेसी नेताओं के उड़े होश, झूम उठी जनता

लखनऊ – भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर विवाद अब जल्द खत्म हो जाएगा ऐसा लगता है। राम मंदिर हिंदुओं की आस्था का केंद्र है और अयोध्या में सदियों से भगवान श्री राम का नांद गूंजता रहा है। लेकिन, इस राम नगरी में राम मंदिर का निर्माण मुद्दा आज भी विवादों में है। Ayodhya dispute hearing in supreme court. आपको बता दें कि साल 1992 में बाबरी मस्जिद का ढ़ांचा गिरा दिया गया था जिसके बाद से राम मंदिर के निर्माण के मुद्दा की अलग अलग कोर्ट में  सुनवाई होती रही है। आज भी कोर्ट में इस मुद्दे पर सुनवाई हुई।

सबसे पहले को आपको बता दें सुन्नी वक्फ़ बोर्ड की तरफ से कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल यह केस लड़ रहे हैं। कपिल सिब्बल ने आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान राम मंदिर मुद्दे की सुनवाई 2019 तक टाल देने की अपील की थी। कपिल सिब्बल ने कार्ट से अपील की थी कि कोर्ट राम मंदिर के मुद्दे पर अगली सुनवाई लोकसभा चुनाव के बाद करे। वहीं बीजेपी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर काफी अड़िग है, बीजेपी चाहती है कि कोर्ट इस मामले कि सुनवाई हर दिन करे। जबकि, कपिल सिब्बल के जरिए कांग्रेस यह चाहती है कि राम मंदिर का मुद्दा शांत हो जाये जिससे उन्हें 2019 के चुनाव में लाभ मिल सके।

हालांकि, कोर्ट ने कपिल की याचिका को खारिज करते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर दोबार सुनवाई फरवरी 2018 में होगी। दरअसल, इस पूरे घटनाक्रम से ये बात साफ हो जाती है कि कांग्रेस राम मंदिर को किसी ना किसी तरह बनने से रोकने की कोशिश कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम जन्मभूमि मामले में सुनवाई को 8 फरवरी 2018 तक के लिए टाल दिया है। गौरतलब है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को चुनौती देने के लिए कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट के सामने इलाहाबाद हाई कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों को पढ़ा और कहा कि सभी सबूत कोर्ट के सामने पेश नहीं किए गए।

 

कपिल सिब्बल

उत्तर प्रदेश राज्य के प्रतिनिधित्व कर रहे अडिशनल सॉलिसिटिर जनरल तुषार मेहता ने कपिल सिब्बल के इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि इस कोस से जुड़े सभी संबंधित दस्तावेज पहले ही कोर्ट के सामने पेश किये जा चुके हैं। आपको बता दें कि कांग्रेसी नेता और वकील कपिल सिब्बल इस केस की सुनवाई 2019 लोकसभा चुनाव के बाद कराना चाहते हैं लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी इस अपील को खारिज करके बड़ा झटका दिया है। कपिल सिब्बल के राम मंदिर के निर्माण को लेकर केस लड़ने पर कांग्रेस की लोग सोशल मीडिया पर खुब खिंचाई कर रहे हैं।

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