सीने में रहता है जलन तो हो सकता है कैंसर, भूलकर भी नजरअंदाज ना करें इसे
वैसे तो सीने में जलन आम समस्या है पर अगर ये लगातार बनी रहे तो इसे भूलकर भी नजरअंदाज नही करना चाहिए ..क्योंकि ये कैंसर का लक्षण भी हो सकता है। ये बात हम यूं ही नही कर रहे हैं बल्कि स्वास्थ्य शोध में ये तथ्य सामने निकलकर आया है कि जिन लोगों को सीने में जलन की समस्या अधिक रहती है उन्हें पेट और गले के कैंसर होने की सम्भावना अधिक होती है। जी हां पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के रिसर्च की माने तो अगर किसी को तीन हफ्ते से ज़्यादा सीने में जलन या फिर भोजन निगलने में परेशानी हो तो उसे डॉक्टरी सलाह जरूर ले लेनी चाहिए.. क्योंकि ये पेट के कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जान पाते हैं।
कैंसर के घातक होने की सबसे बड़ी वजह ये है कि इसके लक्षण तब दिखने शरू होते हैं जब ये शरीर में फैल चुका होता है.. ऐसे में इसका रोकथाम करना मुश्किल होता है जिससे कि ये जानलेवा बन जाता है। पर अगर हम शुरूआती दौर में ही इसके लक्षणों की पहचान कर लें तो काफी हद तक इसका ईलाज सम्भव है। पेट कैंसर के रोगी के साथ भी यही दिक्कत पेश आती है उन्हे प्रारम्भिक अवस्था में इसकी पहचान नही हो पाती जिससे की बाद में पेट का कैंसर उनके लिए जानलेवा साबित होता है। सीने में जलन के साथ पेट के कैंसर के ये कुछ सामान्य लक्षण हैं जिससे इसकी पहचान सम्भव है।
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड नामक स्वास्थ्य संस्था “बी क्लियर ऑन कैंसर” अभियान से लोगों का ध्यान पेट के कैंसर के शुरुआती लक्षणों की तरफ खींच रही है…ये लक्षण बहुत सामान्य भी हो सकते हैं, जैसे कि
1 लगातार अपच की समस्या बने रहना
2 खाना निगलने में दिक्कत होना
3 थोड़ा खाना खाते ही पेट भर जाना
4 पेट के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द होना
5 अचानक वज़न कम हो जाना
अगर इनमें से कोई भी लक्षण तीन हफ्तों से ज्यादा समय तक बना रहता है तो निश्चित तौर पर व्यक्ति को डॉक्टरी परार्मश और चिकित्सा की जरूरत है ताकि समय पर पेट के कैंसर की रोकथाम की जा सके। वैसे आमतौर पर पेट का कैंसर 75 साल के ऊपर के लोगों में देखने को मिलता है जो कि पेट के किसी भी हिस्से में हो सकता है।
वहीं ब्राउन यूनिवर्सिटी के शोध की माने तो सीने में जलन गले के कैंसर का भी लक्षण हो सकता हैं। कैंसर एपिडर्मियोलॉजी, बायोमेकर्स और प्रिवेंशन में प्रकाशित हुए ब्राउन यूनिवर्सिटी के इस शोध में गले के कैंसर से पीडि़त 631 लोगों की तुलना 1234 सामान्य लोगों से की गयी, जिन्हें कैंसर नहीं था। ऐसे में शोध में पाया गया कि सीने में जलन के लिए उत्तरदायी गैस्ट्रिक रिफ्लैक्स, इस तरह के कैंसर का कारण हो सकता है। शोध में पाया गया कि जिन्हें अक्सर सीने में जलन की शिकायत रहती थी, उन्हें दूसरे लोगों की अपेक्षा जिन्हें कभी सीने में जलन नहीं हुई, गले और वोकल कोर्ड का कैंसर होने का खतरा 78 फीसदी अधिक होता है। वैसे इस खतरे को आसानी से कम भी किया जा सकता है। असल में बाजार में गैस और सीने में जलन के लिए आसानी से उपलब्ध दवाओं का सेवन इस खतरे को कम कर सकता है।