नदी में तैर रहा था एक थैला, जब खोल कर देखा गया तो सभी भोचक्के रह गये
न्यूज़ डेस्क: कईं बार अनजाने में हम ऐसा काम कर जाते हैं, जिससे मासूमों की जान के हम रक्षक बन जाते हैं. कुछ ऐसा ही अजीबो गरीब मामला हाल ही में हमारे सामने आया है. जहाँ, मेचाच्युसेट्स के अक्सब्रिज में बहने वाली ब्लैकस्टोन नदी में दो नाव चालको को एक थैला तैरता हुआ दिखाई दिया. जिसके बाद उन्होंने उस थैले को नदी से बाहर निकालने की सोची. अनजाने में की गयी इस मदद से वह नाव चालक खुद भी वाकिफ नहीं थे कि उनकी इस कोशिश से मासूमों की जान बच जाएगी. फिलहाल, इनकी बहादरी के किस्से पूरे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि ये दोनों नाव चालक नदी में से गुजर रहे थे. तभी अचानक इन्हें उस नदी में एक बोरी तैरती हुई नजर आई. जब वह नाव सवार युवक उस थैले के करीब पहुंचे तो उन्हें उस बोर में से अजीबो गरीब आवाजें सुनाई दी. जिसको सुन कर वह एक पल तो डर गये. लेकिन, दुसरे ही पल उन्होंने उस थैले के राज़ को जानने के लिए थैले तक पहुंचना ठीक समझा. जब उन्होंने उस थैले को खोला तो उसके अंदर का नज़ारा देख आस पास मौजूद सभी लोग दंग रह गये. बहरहाल, चलिए जानते हैं आखिर ये पूरी ख़बर क्या है…
ऐसा हमारे साथ कईं बार होता है कि हमे हर चीज़ के दो पहलु नजर आते हैं. कुछ ऐसा ही इन नाव चालको के साथ भी हुआ. दरअसल, शुरू में उन्होंने बोरे को देख कर सोचा कि वह मामूली आलू का एक बोरा है जो किसी ने गलती से नदी में फेंक दिया और वह अभी तक वहीं तैर रहा है. लेकिन, जब उस बोरे में आवाज़ों का सिलसिला बढ़ता ही चला गया तो दोनों नाव चालक हक्के बक्के रह गये कि आखिर बोरे में कौन हो सकता है. शुरू में उन्होंने उस बोर को इग्नोर करना ही ठीक समझा लेकिन बोर में से आ रही आवाज़ों ने उन्हें उस बोरे को खोलने पर मजबूर कर दिया.
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि जब उन नाव चालकों ने उस बोरे को खोला तो उसमे देख कर उनके होश उड़ गये. दरअसल, उस बोरे में मस्सूम नवजात बच्चे थे. ये बच्चे इंसान के नहीं बल्कि, एक कुत्ते के थे. बच्चों को देख कर ही ये बात साफ़ ज़ाहिर हो रही थी कि उनका जन्म हाल ही में हुआ था. क्यूंकि, अभी तक उनकी आँखें भी नहीं खुली थी. मिली जानकारी के अनुसार ये बच्चे लैब्राडोर जाती के थे. दिखने में ये बच्चे इतने क्यूट थे कि कोई भी इनको प्यार करने के लिए मजबूर हो जाए. ऐसे में किसी ने शरारत की सोची होगी जो इन मासूमों को बोरे में बाँध कर नदी में प्रवाहित कर दिया गया. पर वो कहते हैं न कि “जिसको राखे साईयाँ, मार सके ना कोई”. कुछ ऐसा ही इन बच्चों के साथ भी हुआ शायद इसीलिए मरते मरते भी इन पर नाव चालकों की नजर पड़ गयी और इन्हें सुरक्षा के साथ बचा लिया गया.
इस घटना के बाद नाव चालकों ने पूरी जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने बच्चों को बरामद कर लिया. फिलहाल, पुलिस ने उस शक्स के खिलाफ केस दर्ज़ कर लिया है, जिन्होंने इन मासूम पर दया नहीं दिखाई और मरने के लिए नदी में बाँध कर छोड़ दिया. पशु कानूनों के तहत जिसने भी ऐसी शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया है, उसको करीबन तीन लाख पच्चीस हजार रूपये की जुर्माना राशि का भुगतान करना पड़ सकता है.