ऐसे पहचानें मिलावटी घी को और बचिए घातक बीमारियों से
आजकल मुनाफाखोरी के चलते हर चीज में मिलावट की जा रही है। खाने पीने से लेकर कोई भी सामान खरीदा जाए सभी में मिलावट का डर बना रहता है। आलम ये है कि खाने पीने में तो मिलावट इस कदर हो रही है कि आपको पता भी नहीं चलता की किस सामान में किस हद तक मिलावट की गई है, और आपकी सेहत में इसका किस हद तक असर कर सकता है। खास कर बात की जाए तो देशी घी में तो रोज नए-नए तरीके से मिलावट की जा रही है। कभी हड्डियों का चूरा, कभी जानवरों की चर्बी तो कभी पाम का तेल समेत खतरनाक केमिकल्स मिलाकर नकली घी तैयार किया जाता है। इस मिलावट के लिए हम दाम तो चुकाते ही हैं साथ ही जान माल का नुकसान भी बना रहता है। ऐसे में जरूरत होती है कि कैसे हम इस मिलावट से खुद को बचाएं। और कैसे नकली और असली में पहचान करें। ऐसे ही सवालों का जवाब लेकर हम आए हैं आपके पास।
1… घी को पहचानने के कुछ तरीके वैज्ञानिकों ने बताए है। जिनमें पहला है की जब भी घी खरीदें तो चेक करने के लिए एक चम्मच घी में 5 एमएल हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। अगर घी लाल हो जाता है तो समझ जाएं की घी में कोलतार डाई मिलाई गई है। यानी स्वास्थ्य के लिए घी बिल्कुल ठीक नहीं है।
2… इसके अलावा घर में घी की पहचान करने के लिए एक चम्मच घी में चार-पांच बूंद आयोडीन मिलाने पर अगर इसका रंग नीला हो जाए, तो समझ जाएं कि इसमें उबला आलू मिलाया गया है।
3… अगर आपको आशंका है कि घी में डालडा मिलाया गया है। तो इसकी पहचान करने के लिए बाउल में एक चम्मच घी, एक चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी मिलाएं। अगर घी का रंग पीले से बदलकर लाल दिखाई दें तो समझ जाएं कि इसमें डालडा मिला है।
4… इसके साथ ही अगर घी की पहचान दुकान में करनी है तो थोड़ा सा घी लेकर हाथ में जोर से रगडें, फिर इसे सूंघकर देखें। कुछ देर धूप में हाथ रखे ऐसे में अगर घी मिलावटी है तो उससे अपने आप कुछ ही देर में खुशबू आना बंद हो जाएगी। अगर खुशबू आनी बंद हो जाए तो समझ जाएं की यह मिलावटी है। और खाने योग्य नहीं है।
नकली घी खाने से शरीर में कई तरह के नुकसान है। नकली घी खाने से दिल के बीमारी होने के ज्यादा चांस रहते हैं। साथ ही हार्टअटैक की संभावनाएं बढ़ जाती है। आपका बीपी भी अप्रत्याशित तरीके से बढ़ सकता है और आपकी मौत का कारण भी बन सकती है।
घी में आज कर मुनाफा खोरी के चलते बड़ी मात्रा में हड्डियों का चूरा मिलाया जा रहा है। जो शरीर के लिए जानलेवा है। इससे स्ट्रोक पड़ने के चांस ज्यादा से ज्यादा रहते हैं। इससे लिवर खराब होने का खतरा रहता है।
मिलावटी घी अगर लंबे समय तक खाया गया तो ये कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकता है। इसके साथ ही पेशाब और किडने के लिए भी ये खतरनाक होता है। ऐसे में घी खाने से अच्छा है इसको बिना खाए रहा जाए।
आजकल घी में लेड की मात्रा मिलाई जा रही है। जिससे मानसिक रोगों के होने की प्रबल संभावनाएं बनी रहती है। लेड से एनीमिया और ब्रेन से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।
मिलावटी घी प्रेंगनेंट औरतों के लिए बहुत घातक है। इसको खाने से जहां स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होता वहीं दूसरी तरफ इसके खाने से गर्भपात होने का खतरा बना रहता है। इसलिए गर्भवती औरतों को हमेशा घर पर ही बनाया हुआ घी ही खाना चाहिए।