वीडियो: सुनिए डोभाल की कहानी उन्ही की जुबानी, जब पकिस्तान की मस्जिद में पहचान लिये गये थे की वो हिन्दू हैं…..!
2005 में इंटेलेजेंस ब्यूरो के पद से हटाए गए और फिर मोदी सरकार में भारतीय सुरक्षा सलाहकार रहें, अजीत डोभाल का जीवन बड़ा ही रोचक रहा है। डोभाल उत्तराखंड के पौड़ी, गढ़वाल के एक गढ़वाली परिवार में जन्मे, इसके बाद इन्होंने आर्मी स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली और फिर इन्होंने अर्थशास्त्र में एमए किया, इसके बाद अजीत ने आईपीएस की तैयारी की और भारत की सेवा करने आ गए।
डोभाल भारत से ज्यादा पकिस्तान में चर्चित हैं, क्योंकि डोभाल प्रधानमंत्री की सुरक्षा का खास ख्याल रखतें हैं और उन्हें सुरक्षा नीति की हर छोटी बारीकियो का पता है और तो और पकिस्तान में 7 साल की जासूसी के बाद डोभाल पाकिस्तान की हरकतों और उनकी आगामी रणनीतियों का भी अंदाज़ा लगा लेतें हैं। डोभाल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं से ज्यादा चर्चित हैं। पाकिस्तानी मीडिया की बात करे तो डोभाल ही डोभाल हर तरफ छाये हैं।
भारत माँ की गोद में ऐसे वीर सपूत जन्म लेतें हैं, जिनपर हमें गर्व होता है। हम भारत के लिए डोभाल के कर्तव्य और समर्पण के लिए उन्हें शत-शत नमन करतें हैं। हमें गर्व है कि डोभाल भारत के सुरक्षा सलाहकार हैं।
अजीत डोभाल को अगर आज सब जानतें हैं, तो वो उनकी निर्णायक नीति की वजह से, अजीत ने भारत को कई मुश्किलों से बताया है। अजीत अपने हाल के ही इंटरव्यू में अपना एक वाकया बता रहें थें। आपको बता दें कि अजीत भारतीय जासूस के तौर पर 7 साल पाकिस्तान में रह चुके हैं और अपने इन्हीं 7 सालों में से एक किस्सा उन्होंने लोगों के पूछने पर उनके सामने रखा।
हुआ यह की अजीत पकिस्तान के कराची में बाजार में घूम रहे थे, की तभी एक मस्जिद के पास बैठे हुए बड़े दाढ़ी वाले शख्स ने उन्हें अपने तरफ बुलाने का इशारा किया अजीत उसके साथ चल तो दिए लेकिन आगे जो हुआ वो आप उन्ही की जुबानी सुने तो बेहतर होगा…..