जानिए क्यों आते हैं खर्राटे और कैसे पा सकते इससे निजात
नींद में खर्राटे आने की समस्या लोगों में आम है जिससे पीड़ित व्यक्ति से अधिक उसके आप पास के लोगों को दिक्कत पेश आती है। नींद में व्यक्ति तो कुछ नही जान पाता है पर उसके तेज खर्राटों की वजह से दूसरों की नींद जरूर हराम हो जाती है और फिर इसकी शिकायत उससे जरूर होती है.. जिसकी वजह से उस व्यक्ति को शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है और अगर आपको भी आपके खर्राटे की वजह से लोगों को ताने सुनने को मिलते हैं तो सबसे पहले तो आपको इसकी वजह के बारे में जानना चाहिए कि आखिर आपको खर्राटे क्यों आ रहे हैं और फिर उसके निदान के लिए आवश्यक उपाय अपनाना चाहिए और आज हम आपको यहीं बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं खर्राटे आने की वजह और उससे बचने के उपायों के बारे में..
लोगों में एक आम धारणा है कि ज्यादा मेहनत कर सोने से या अधिक थकान की वजह से खर्राटे आते हैं और इसलिए वे इसे अनदेखा भी करते हैं जबकि इससे ये समस्या और गंभीर हो जाती है। असल में सोते वक्त खर्राटे आने की मुख्य वजह है सांस में रुकावट । जी हां, होता ये है कि गले के पिछले हिस्से के संकरे हो जाने पर ऑक्सिजन जब संकरी जगह से होती हुई जाती है तो उसके आसपास के टिशू वाइब्रेट होते हैं और इसी से खर्राटे की ध्वनि उत्पन् होती हैं और ऐसा होने की भी कई वजहें हो सकती हैं जैसे कि
- पीठ के बल सोते वक्त जीभ पीछे की तरफ हो जाती है और टॉन्सिल पर जाकर लग जाती है, जिससे सांस लेने और छोड़ने में रुकावट आने लग जाती है और इससे सांस के साथ वाइब्रेशन होने लगता है।
- वहीं व्यक्ति के नीचे वाले जबड़े के छोटा होने से भी खर्राटे आते हैं। दरअसल सामान्य से छोटा जबड़ा होने पर लेटने की स्थिति मे जीभ पीछे की तरफ चली जाती है और सांस की नली को ब्लॉक कर देती है। ऐसे में सांस लेने के लिए दबाव लगाना पड़ता है और इससे वाइब्रेशन होता है।
- नाक की हड्डी अगर टेढ़ी हो और उसमें मांस बढ़ा हो तो भी भी सांस लेने के लिए दबाव लगाना पड़ता है और फिर इससे सांस के साथ आवाज आती है।
- मोटापा के वजह से भी खर्राटें आते हैं। दरअसल वजन अधिक होने से उसकी गर्दन पर ज्यादा मांस लटकने लगता है और फिर लेटते समय उस एक्स्ट्रा मांस के कारण सांस की नली दब जाती है और सांस लेने में दिक्कत होती है।
खर्राटें दूर करने के उपाय
जैसा कि हमने बताया की पीठ के बल सोने पर खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है ऐसे में आपको अगर आपको खर्राटे की दिक्कत है तो पीठ के बल ना सोए .. हमेशा करवट लेकर सोएं।
चूंकी मोटापा खर्राटे के लिए जिम्मेदार होता है ऐसे में अगर आप खर्राटें की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो अपने वजन पर नियंत्रण करें।
धूम्रपान और एल्कोहल के सेवन के बाद रात को सोते के समय खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती हैं ऐसे में बेहतर है कि आप इसके सेवन से बचें।
खर्राटे से बचे रहने के लिए आपको हमेशा अपनी नाक को साफ रखना चाहिए क्योंकि नाक बंद होने की वजह से सांस लेने में दिक्तत होती है जिसके कारण खर्राटे आते हैं।
गर्म पानी पीने से गले की नलियां खुलती है और इससे हम आराम से सांस ले पाते हैं। ऐसे में खर्राटों से निजात चाहते हैं तो रोज सोने से पहले गर्म पानी का सेवन करें।