मोदी के बढ़ते रुतबे को कारण चीन की चमक हुई फिंकी, मिला ऐसा सम्मान….
भारत वर्ष हमेशा से अपने ज्ञान, विवेक, कार्य क्षमत एवं संस्कृति के बल समग्र विश्व मैं अपने निशान , अपना आधारशीला रखता आया है. अब हाल मैं हुई G२० समिट का उदाहरण ही ले लीजिये. इस G२० समिट में भारत ने अपने खुद को एक बलशाली एवं सम्पर्ण राष्ट के तौर पर पेश किया, और G२० समिट में भाग लिये सभी देशों भारत की ताक़त एवं कार्य कुशलता क लोहा माना. वो एक अलग वक़्त था जब G२० समिट मैं भारत का नाम सिर्फ़ गिनती तक ही सिमित था पर नरेंद्र मोदी ने जिस आधार शील के साथ भारत का पक्ष रख रहे हैं उस के कारण सभी देशों को भारत को उछित मान और सम्मन देना पड रहा है. हाल ही मैं हुआ G२० समिट २०१६ खास इसलिए भी था क्योंकि पाकिस्तान हमेह्सा की तरह इस बार भी कश्मीर मुद्दे का राग अलापना, चीन के संग पाक की दोस्ती एवं भारत का चीन के साथ बढता हुआ सीमा विवाद ने माहोल को तनाव पुर्ण बना रखा था
ऐसे अवसर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को १९ देशों के राष्ट्राध्यक्षों के सामने स सशक्त छबी पेश करना था. नरेंद्र मोदी के कार्य कुशलता की जितनी तारीफ़ की जाये वोह कम है, क्यों कि उन्होने बेहद हि बेहतर ढंग से इस ज़िम्मेदारी का निर्वाह किया. इस बार G२० समिट में ऐसा भी कुछ हुआ जो अब तलक नहीं हुआ था. G२० के बैठक मैं भारत के पहले भी कई प्रधान मंत्रीओं ने भाग लिया था लेकिन भारत की छबी को उस तरह सुधार नहीं पाये जिस तरह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सुधारा.
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