निकाय चुनाव: सीएम योगी की अग्निपरीक्षा, चुनाव के नतीजे योगी के लिए एक बड़ी चुनौती
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद सँभालने के बाद योगी की देख-रेख में पहली बार निकाय चुनाव हो रहा है। यही वजह है कि इसे योगी की चुनौती के तौर पर भी देखा जा रहा है। आज निकाय चुनाव के परिणाम आने वाले हैं और यह योगी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। यह निकाय चुनाव योगी के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने निकाय चुनाव को एक बड़ी चुनौती मानते हुए जी-जान से जमकर प्रचार भी किया था।
इस निकाय चुनाव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली अग्निपरीक्षा के रूप में देखा जा रहा है। निकाय चुनाव के परिणाम चाहे जो भी हो आज वह सबके सामने होंगे। तीन चरणों में संपन्न हुए इस निकाय चुनाव को प्रदेश में प्रचंड बहुमत से बनी बीजेपी सरकार के लिए 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले की परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है। आपको बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस निकाय चुनाव को काफी गंभीरता से लिया है।
यह अब तक के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने निकाय चुनाव के लिए 40 जनसभाओं को संबोधित किया हो। उनके साथ इस काम में उनका साथ कदम-कदम पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्रनाथ पांडे के साथ दोनों डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य दे रहे थे। केवल यही नहीं योगी कैबिनेट के मंत्रियों ने भी अपने-अपने स्तर पर इस चुनाव के लिए जमकर प्रचार किया था। योगी के लिए इस निकाय चुनाव के परिणाम हर लिहाज से अहम होने वाले हैं।
ऐसा भी माना जा रहा है कि अगर निकाय चुनाव के नतीजे बीजेपी के पक्ष में आये तो बीजेपी इसका इस्तेमाल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में कर सकती है। विपक्षी पार्टी सपा की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और कांग्रेस की तरफ से राज बब्बर अकेले ही प्रचार करते हुए देखे गए थे। बहुजन समाज पार्टी भी इस निकाय चुनाव में पहली बार मैदान में उतरी लेकिन किसी बड़े नेता से प्रचार करवाने की जहमत नहीं उठाई।